New Delhi, 14 जुलाई . खुदरा महंगाई दर जून 2025 में घटकर 2.1 प्रतिशत हो गई है. इसमें पिछले महीने के मुकाबले 0.72 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. मई में यह 2.82 प्रतिशत थी. यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से Monday को जारी किए डेटा से मिली.
जून 2025 में रिकॉर्ड की गई खुदरा महंगाई दर जनवरी 2019 के बाद रिटेल मुद्रास्फीति का सबसे न्यूनतम आंकड़ा है.
मंत्रालय के डेटा के अनुसार, बीते महीने में ग्रामीण स्तर पर खुदरा महंगाई दर 1.72 प्रतिशत रही है, जबकि शहरी स्तर पर खुदरा महंगाई दर 2.56 प्रतिशत रही है.
सरकारी डेटा के मुताबिक, खाद्य महंगाई दर जून में सालाना आधार पर -1.06 प्रतिशत रही है, जो कि मई में 0.99 प्रतिशत थी.
वहीं, जून में ग्रामीण स्तर पर खाद्य महंगाई दर -0.92 प्रतिशत और शहरी स्तर पर खाद्य महंगाई दर -1.22 प्रतिशत रही है.
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के बयान के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर में कमी की वजह सब्जियों, दालों और उत्पादों, मांस और मछली, अनाज और उत्पादों, चीनी और मिष्ठान्न, दूध और उत्पादों और मसालों में मुद्रास्फीति में गिरावट होना है.
सरकारी बयान के मुताबिक, हाउसिंग महंगाई दर जून 2025 में 3.24 प्रतिशत रही है, जो कि मई में 3.16 प्रतिशत थी. शिक्षा महंगाई दर जून में 4.37 प्रतिशत रही है, जो कि मई में 4.12 प्रतिशत थी.
वहीं, परिवहन और संचार में महंगाई दर जून 2025 में 3.90 प्रतिशत रही है, जो कि मई 2025 में 3.85 प्रतिशत रही है. ईंधन और बिजली में महंगाई दर बीते महीने 2.55 प्रतिशत रही है, जो कि मई में 2.84 प्रतिशत थी.
इससे पहले, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से थोक महंगाई दर से आंकड़े जारी किए गए थे. थोक महंगाई दर जून में गिरकर (-)0.13 प्रतिशत हो गई है. इस साल की शुरुआत से यह पहला मौका है जब थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर नकारात्मक स्तर और 14 महीने के न्यूनतम स्तर पर चली गई है. मई में थोक महंगाई दर 0.39 प्रतिशत थी.
बीते महीने एमपीसी बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई दर अनुमान 4 प्रतिशत से घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया था.
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