बेटी-बहन की सुरक्षा की जिम्मेदारी समाज के हर वर्ग की : डाॅ. यादव

भोपाल 25 नवंबर . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा है कि बेटी और बहन के सम्मान की सुरक्षा की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार या पुलिस की नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की है.

राज्य में जेंडर आधारित हिंसा को रोकने के मकसद से चलाए जा रहे हम होंगे कामयाब अभियान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री डाॅ. यादव ने कहा, राज्य में बेटी-बहन की सुरक्षा के लिए हम होंगे कामयाब पखवाड़ा मना रहे हैंं, जो 10 दिसंबर तक चलेगा. पुरुष वर्ग अपनी सोच में बदलाव लाकर समाज में फैले नकारात्मक दृष्टिकोण को चुनौती दे सकते हैंं, जो महिलाओं के प्रति हिंसा का बड़ा कारण है .

उन्होंने आगे कहा, हम सभी पुरुषो की जवाबदारी है कि हम अपने परिवार और समाज में माता बहनों को सुरक्षित रखें और उनकी चिंता करें. लड़कों को जन्म से ही यह सिखाना होगा कि वे हर बेटी व बहन का सम्मान करें. बेटी के साथ किसी तरह का शोषण और शारीरिक हिंसा न हो इसकी चिंता करें. उन्हें अपना बराबरी का समझें. माता पिता अपनी बेटियों को जागरुक करें कि वे अपने साथ होने वाली शारीरिक हिंसा का विरोध करें. समाज में समानता का माहौल बनाएं. बेटा-बेटी और महिला-पुरुष का भेदभाव समाप्त होना चाहिए. जहां हर बहन और महिला सुरक्षित होगी, सशक्त होगी, तभी अपने साकार कर सकेगी और अगर मदद की जरूरत हो तो चाइल्ड लाइन और महिला हेल्पलाइन से मदद ले सकता है.

हम होंगे कामयाब अभियान के साथ दो दिवसीय कार्यशाला भी हो रही है. इस कार्यशाला में सरकारी समन्वय और हितधारकों की जिम्मेदारी के माध्यम से जेंडर आधारित हिंसा का समाधान, सामुदायिक पुलिसिंग, महिला सुरक्षा में सहयोगी दृष्टिकोण, जेंडर आधारित हिंसा को समझना और स्थानीय कार्यान्वयन के लिए कार्य योजनाओं का विकास पर चर्चा होगी. इसके अलावा पीड़ितों के लिए समर्थन प्रणाली को मजबूत करना, वन स्टॉप सेंटर की भूमिका और मनोवैज्ञानिक प्रभाव ,महिला सुरक्षा को बढ़ावा देना त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र के माध्यम एम पी डायल 100 से अंतर्दृष्टि, महिलाओं की सुरक्षा कानूनों और नीतियों की समझ जैसे विषयों विषय विशेषज्ञ विमर्श करेंगे.

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