चेन्नई, 29 सितंबर . तमिलनाडु की स्टालिन सरकार आज कैबिनेट में बड़ा बदलाव करने वाली है. ‘सनातन’ पर विवादित टिप्पणी करने वाले उनके बेटे और राज्य सरकार में मंत्री रहे उदयनिधि स्टालिन डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. चौंकाने वाला नाम पुझल सेंट्रल जेल में बंद रहे पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी का है जो कैबिनेट में वापसी कर रहे हैं. इनके अलावा डा. गोवी चेझियान, आर राजेंद्रन और एसएम नासर भी मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए हैं.
राजभवन में आज सभी को दोपहर 3.30 बजे सभी पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे.
तमिलनाडु सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे चौंकाने वाला नाम सेंथिल बालाजी का है. सेंथिल बालाजी को सुप्रीम कोर्ट से 26 सितंबर को ही जमानत मिली है. एक साल पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सेंथिल को गिरफ्तार किया था.
मुख्यमंत्री ने बालाजी को बिजली विभाग आवंटित किया है. 14 जुलाई, 2023 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के समय उनके पास आबकारी विभाग था.. डीएमके सूत्रों के अनुसार सेंथिल बालाजी ने मुख्यमंत्री को आबकारी विभाग में दिलचस्पी न होने की बात बताई. इस वजह से उन्हें बिजली विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी.
दिलचस्प बात यह है कि स्टालिन ने उच्च शिक्षा विभाग गोवी चेझियान को आवंटित किया है. गोवी दलित नेता हैं और डीएमके के मुख्य सचेतक भी हैं. वह हाई प्रोफाइल मंत्री के. पोनमुडी की जगह लेंगे, जिन्हें अपेक्षाकृत महत्वहीन वन विभाग दिया गया है.
उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री के रूप में पदोन्नत किया जाना और साथ ही उन्हें योजना और विकास विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया जाना द्रविड़ प्रमुख पार्टी डीएमके में प्रमुख राजनीतिक घटनाक्रमों में से एक है.
उदयनिधि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के पुत्र और प्रतिष्ठित द्रविड़ नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ‘कलैगनार’ करुणानिधि के पोते हैं.
उत्तर सलेम से विधायक आर. राजेंद्रन को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. वो सलेम जिले में डीएमके के एकमात्र विधायक हैं. जिले में कुल 11 विधायक हैं और बाकी सीटें एआईएडीएमके और पीएमके ने जीती हैं.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पहले ही सार्वजनिक तौर पर अपनी मंशा जाहिर कर दी थी. राजेंद्रन को पर्यटन विभाग दिया जाएगा, जो पहले मंत्रिमंडल से हटाए गए के. रामचंद्रन के पास था.
डीएमके के शक्तिशाली मुस्लिम नेता एस.एम. नासर एक अन्य मुस्लिम नेता गिंगी के. मस्थान की जगह लेंगे, जिन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
नासर को अल्पसंख्यक विभाग दिया जाएगा, जो मस्थान के पास था.
चेन्नई स्थित एक कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर और राजनीतिक टिप्पणीकार आर. प्रभुदास ने से कहा, “स्टालिन ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है और इसमें तीन कारक महत्वपूर्ण हैं. उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना, सेंथिल बालाजी को 471 दिनों की जेल की सजा के बाद मंत्रिमंडल में वापस लाना और राजनीतिक रूप से कद्दावर नेता के. पोनमुडी की जगह उच्च शिक्षा मंत्री के रूप में गोवी चेझियान को शामिल करना.”
उन्होंने आगे कहा कि उदयनिधि की पदोन्नति बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह डीएमके में पीढ़ीगत बदलाव और तीसरी पीढ़ी के हाथों में सत्ता के हस्तांतरण का सूचक है.
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केआर/