बेंगलुरु, 12 जून . कन्नड़ एक्टर दर्शन, उनकी करीबी दोस्त पवित्रा गौड़ा और 11 अन्य आरोपियों को रेणुकास्वामी मर्डर केस के सिलसिले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया और उन्हें छह दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि दर्शन और बाकी सभी के लिए कानून एक समान है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जब पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या दर्शन अपने पैसे और बाहुबल के चलते कार्रवाई से बच सकते हैं, तो इस पर डॉ. परमेश्वर ने कहा, “उन्हें (दर्शन और उनके साथियों को) एक हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी जांच कर रहे हैं. कानून सबके लिए बराबर है. दर्शन और परमेश्वर के लिए भी यही है. इसलिए किसी को भी कानून नहीं तोड़ना चाहिए.”
डॉ. परमेश्वर ने बताया कि पुलिस दर्शन के आदतन अपराधी होने के पहलू की भी जांच करेगी.
क्या दर्शन को पुलिस विभाग द्वारा हिस्ट्रीशीटर घोषित किया जाएगा? इस पर परमेश्वर ने कहा कि पुलिस की रिपोर्ट और सिफारिशें उपलब्ध होने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा. पुलिस कानून की किसी भी धारा को लागू करने के लिए स्वतंत्र है.
परमेश्वर ने कहा, “करीबी दोस्त को अश्लील मैसेज भेजने पर एक्टर दर्शन रेणुकास्वामी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते थे. अगर शिकायत दर्ज कराई गई होती तो पुलिस तत्काल कार्रवाई करती. हत्या टल सकती थी और एक जान बच सकती थी.”
परमेश्वर ने कहा, “कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी. पुलिस को पूरी छूट है और वे जांच को आगे बढ़ाएंगे.”
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार पीड़ित परिवार का समर्थन करेगी, इस पर परमेश्वर ने कहा कि यह अभी देखा जाना बाकी है.
उन्होंने कहा, “मैं परिवार को मुआवजा देने के बारे में मुख्यमंत्री से बात करूंगा.”
जांच में पता चला कि रेणुकास्वामी दर्शन का फैन था. उसने पवित्रा गौड़ा को सोशल मीडिया पर अश्लील मैसेज भेजे थे. वह चाहता था कि एक्टर अपनी पहली पत्नी और उसके बेटे के साथ रहे.
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पीके/