रिलायंस इंडस्ट्रीज एक लाख करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ कमानेवाली पहली भारतीय कंपनी बनी

नई दिल्ली, 22 अप्रैल . रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने कंज्यूमर बिजनेस और तेल एवं गैस कारोबार में निरंतर वृद्धि के दम पर 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 10 लाख करोड़ रुपये (119.9 अरब डॉलर) का सकल राजस्व दर्ज किया है.

आरआईएल ने सोमवार को जारी वित्तीय परिणामों में बताया कि ग्राहकों की संख्या में 4.24 करोड़ की मजबूत वृद्धि के कारण जियो प्लेटफ़ॉर्म का राजस्व साल-दर-साल आधार पर 11.7 प्रतिशत बढ़ गया.

रिलायंस रिटेल का राजस्व 17.8 प्रतिशत बढ़ा. सभी उपभोग बास्केट में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई. क्षेत्रफल में 1.56 करोड़ वर्ग फुट की बढ़ोतरी हुई जबकि एक अरब से अधिक का रिकॉर्ड फुटफॉल रहा.

कच्चे तेल के मानक ब्रेंट क्रूड के दाम में साल-दर-साल आधार पर औसत 13.5 प्रतिशत की गिरावट के कारण उत्पाद की कीमतों में कमी से कंपनी का ऑर्डर टू कैश प्रोसेस राजस्व पांच प्रतिशत घट गया.

आरआईएल ने एक बयान में कहा, हालांकि उच्च उत्पादन से इसकी आंशिक भरपाई हुई.

केजी डी6 क्षेत्र से कम गैस मूल्य प्राप्ति के बावजूद, मुख्य रूप से केजी डी6 ब्लॉक से अधिक मात्रा के कारण तेल और गैस खंड से राजस्व में 48 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई.

नतीजों पर टिप्पणी करते हुए, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “आरआईएल के व्यवसायों की पहल ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय योगदान दिया है. यह जानकर खुशी हो रही है कि मजबूत होने के साथ-साथ राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सभी क्षेत्रों ने मजबूत वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन दर्ज किया है.

“इससे कंपनी को कई उपलब्धियां हासिल करने में मदद मिली है. मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस साल, रिलायंस कर-पूर्व मुनाफे में एक लाख करोड़ रुपये की सीमा पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई.”

अंबानी ने कहा कि मोबिलिटी और फिक्स्ड वायरलेस सेवाओं द्वारा समर्थित, ग्राहक आधार के त्वरित विस्तार से डिजिटल सेवा खंड के प्रदर्शन को बढ़ावा मिला है.

उन्होंने कहा, “10.8 करोड़ से अधिक ट्रू 5जी ग्राहकों के साथ, जियो वास्तव में देश में 5जी परिवर्तन का नेतृत्व करता है. अब तक 2जी यूजरों को स्मार्टफोन में अपग्रेड करने से लेकर एआई-संचालित समाधान बनाने के प्रयास का नेतृत्व करने तक, जियो ने देश के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में अपनी क्षमता साबित की है.”

अंबानी ने कहा, “हम स्टोरों की री-मॉडलिंग और लेआउट में सुधार के माध्यम से उत्पाद विविधता और बेहतर ऑफ़लाइन अनुभव प्रदान करना जारी रखते हैं. हमारे डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म व्यापक ब्रांड कैटलॉग के साथ यूजरों को नए समाधान भी प्रदान करते हैं. रिलायंस रिटेल अपनी अनूठी पहल के माध्यम से नए वाणिज्य क्षेत्र में लाखों व्यापारियों को मजबूत करने की दिशा में भी काम करता है.“

वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 की 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में आरआईएल का सकल राजस्व 2.64 लाख करोड़ रुपये (31.8 अरब डॉलर) था, जो एक साल पहले की समान तिमाही से 10.8 प्रतिशत अधिक है. इसमें ओटूसी और उपभोक्ता व्यवसाय में दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की गई.

केजी डी6 ब्लॉक से अधिक मात्रा में बिक्री के साथ तेल और गैस खंड के राजस्व में 42 प्रतिशत की तेजी से वृद्धि हुई.

सभी व्यवसायों के मजबूत योगदान से तिमाही में कर पूर्व लाभ साल-दर-साल 14.3 प्रतिशत बढ़कर 47,150 करोड़ रुपये (5.7 अरब डॉलर) हो गया.

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