सीएम योगी के नेतृत्व में परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प, ग्रेटर नोएडा में हाईटेक परिषदीय विद्यालय का लोकार्पण

ग्रेटर नोएडा, 19 मार्च . उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में योगी सरकार लगातार प्रयासरत है. इसी क्रम में मंगलवार को ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर दादरी में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त प्राथमिक विद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गया.

इस अवसर पर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों का तेजी से कायाकल्प हो रहा है.

मंत्री संदीप सिंह ने विद्यालय भवन का निरीक्षण करते हुए कहा कि अब प्रदेश के सरकारी स्कूल किसी भी कॉन्वेंट या पब्लिक स्कूल से कम नहीं हैं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार सिर्फ विद्यालय भवनों को आधुनिक नहीं बना रही, बल्कि शिक्षकों को भी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराकर शिक्षण व्यवस्था को प्रभावी बना रही है. उन्होंने यह भी कहा कि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक निजी विद्यालयों के शिक्षकों की तुलना में अधिक योग्य और दक्ष हैं.

मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत परिषदीय विद्यालयों का आधुनिकीकरण कर रही है. प्रदेश के 1.30 लाख परिषदीय विद्यालयों में 1.57 करोड़ से अधिक बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा दी जा रही है. इन विद्यालयों में 19 बुनियादी सुविधाओं पर कार्य किया गया है, जिनमें से 97 प्रतिशत लक्ष्य पहले ही पूरे किए जा चुके हैं.

योगी सरकार प्रदेश के 57 जिलों में ‘सीएम मॉडल स्कूल’ की स्थापना कर रही है. प्रत्येक स्कूल को 30 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है. इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल सुविधाएं, विज्ञान प्रयोगशालाएं और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं होंगी, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके. इस हाईटेक विद्यालय की खासियत यह है कि इसके प्रत्येक कक्षा का नाम किसी महान विभूति के नाम पर रखा गया है, जैसे वशिष्ठ कक्ष, विश्वामित्र कक्ष, द्रोणाचार्य कक्ष और वाल्मीकि कक्ष.

विद्यालय में जल संरक्षण की दिशा में भी विशेष प्रयास किए गए हैं. यह यूपी का पहला प्राथमिक विद्यालय है, जिसमें 40 केएलडी क्षमता वाली वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित की गई है. इस विद्यालय में स्मार्ट बोर्ड, बेंच, अलमारी, उचित वेंटिलेशन और प्रकाश व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षण अनुभव मिल सके.

मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि योगी सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के हर बच्चे को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाए और संसाधनों की कमी उसकी शिक्षा में बाधा न बने. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को भी कॉन्वेंट स्कूलों जैसी शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है.

पीकेटी/