बिजली संकट को लेकर आतिशी ने की अपने घर की तस्वीर साझा, एक्स पर लिखा, “अब तो मेरे ही घर की बिजली चली गई”

नई दिल्ली, 31 मार्च . राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजली कटौती का संकट गहराता जा रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने ट्वीट कर दिल्ली की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर तंज कसा है. आतिशी ने अपने ट्वीट में लिखा, “अभी तक मैं दूसरों के इलाकों में हो रही बिजली कटौती पर ट्वीट कर रही थी, लेकिन अब मेरे अपने घर की बिजली चली गई है.” इस ट्वीट के साथ उन्होंने अपने घर की तस्वीर भी साझा की.

दिल्ली में बीते कुछ दिनों से बिजली कटौती को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. आम आदमी पार्टी दिल्ली की भाजपा सरकार को लगातार घेर रही है. आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रतिदिन 4 से 6 घंटे की बिजली कटौती हो रही है, इससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति 2015 से पहले की दिल्ली की याद दिलाती है, जब बिजली कटौती आम बात थी.

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा सरकार बिजली आपूर्ति में विफल हो रही है और राजधानी में अघोषित कटौती हो रही है. आतिशी ने इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न इलाकों में हो रही बिजली कटौती का दस्तावेज दिखाते हुए कहा था कि दिल्ली सरकार द्वारा समय पर बिजली कंपनियों को भुगतान किए जाने के बावजूद बिजली कट रही है.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है और दिल्ली की जनता को अंधेरे में रहने के लिए मजबूर कर रही है. बिजली कटौती से परेशान दिल्ली के नागरिकों ने भी सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग लगातार बिजली कटौती की शिकायत कर रहे हैं. कई इलाकों से यह भी शिकायतें आई हैं कि बिजली गुल होने से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है.

हालांकि, भाजपा सरकार ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि दिल्ली में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है और आप पार्टी इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी समस्या आ रही है, तो वह स्थानीय कारणों से हो रही होगी और सरकार इसे जल्द सुलझाने के लिए प्रयासरत है.

दिल्ली में बिजली कटौती का मुद्दा अब पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले चुका है. जहां एक ओर आम आदमी पार्टी इसे भाजपा सरकार की नाकामी बता रही है, वहीं भाजपा इसे मात्र एक राजनीतिक प्रचार बता रही है.

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