बीजिंग, 20 जून . पूर्वोत्तर चीन के ल्याओनिंग प्रांत के ताल्येन शहर में 20 जून को आयोजित 2025 अपतटीय पवन ऊर्जा सम्मेलन में देश के स्वच्छ ऊर्जा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण उछाल का खुलासा हुआ. आंकड़ों और विशेषज्ञ विश्लेषण से पता चला है कि इस वर्ष चीन की पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसका कुल बिजली उत्पादन में योगदान अब 12 प्रतिशत से अधिक हो गया है.
सम्मेलन में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक अपतटीय पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता 2030 तक 230 गीगावाट से अधिक होने का अनुमान है. इस अनुमान में चीन की गहरे समुद्र की परियोजनाएं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक प्रमुख विकास बिंदु बनने के लिए तैयार हैं.
नवीनतम आंकड़ों से यह भी सामने आया है कि अप्रैल तक, चीन की संचयी ग्रिड-कनेक्टेड पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता 15.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है. इस वर्ष के पहले चार महीने में चीन का पवन ऊर्जा उत्पादन तीन खरब 81 अरब 43 करोड़ किलोवाट-घंटे तक पहुंच गया, जो देश के कुल बिजली उत्पादन का 12.78 प्रतिशत है. पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमता में इस तीव्र वृद्धि के साथ, उम्मीद है कि पवन ऊर्जा की लागत में लगातार कमी आएगी.
चीनी अक्षय ऊर्जा सोसायटी की पवन ऊर्जा समिति के महासचिव छिन हाएयान ने इस विकास पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वर्तमान में, अपतटीय पवन ऊर्जा उत्पादन की प्रति किलोवाट-घंटा लागत मूलतः ताप विद्युत उत्पादन के समान ही है, जो तीन माओ (एक युआन में 10 माओ होते हैं) प्रति किलोवाट-घंटे से अधिक है.
उन्होंने भविष्य के लिए आशा जताते हुए कहा कि तकनीकी प्रगति और अपतटीय पवन ऊर्जा के बड़े पैमाने पर विकास से बिजली की कीमतों में और कमी आ सकती है, जिससे यह पारंपरिक ताप विद्युत की तुलना में भी सस्ती हो सकती है.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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