मुंबई, 7 मार्च . भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और बैंक इंडोनेशिया (बीआई) ने दोनों देशों के बीच लेनदेन में स्थानीय मुद्राओं – भारतीय रुपया (आईएनआर) और इंडोनेशियाई रुपिया (आईडीआर) के उपयोग को बढ़ावा देने और एक रूपरेखा स्थापित करने के लिए गुरुवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
यहां आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और बैंक इंडोनेशिया के गवर्नर पेरी वारजियो ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
भारत और इंडोनेशिया के बीच स्थानीय मुद्राओं में सीमा पार लेनदेन के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने पर समझौता ज्ञापन का उद्देश्य द्विपक्षीय रूप से आईएनआर और आईडीआर के उपयोग को बढ़ावा देना है.
आरबीआई के एक बयान के अनुसार, समझौता ज्ञापन में सभी चालू खाता लेनदेन, अनुमत पूंजी खाता लेनदेन और दोनों देशों द्वारा सहमति के अनुसार किसी भी अन्य आर्थिक और वित्तीय लेनदेन को शामिल किया गया है.
यह ढांचा निर्यातकों और आयातकों को उनकी संबंधित घरेलू मुद्राओं में चालान और भुगतान करने में सक्षम बनाएगा, जो बदले में आईएनआर-आईडीआर विदेशी मुद्रा बाजार के विकास को सक्षम करेगा.
एक अधिकारी ने कहा, स्थानीय मुद्राओं के उपयोग से लेनदेन में लागत कम लगेगी और समय के अनुकूल निपटान हो सकेगा.
यह सहयोग आरबीआई और बीआई के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
आरबीआई ने कहा कि द्विपक्षीय लेनदेन में स्थानीय मुद्राओं का उपयोग अंततः भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय एकीकरण को गहरा करने और भारत व इंडोनेशिया के बीच लंबे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान देगा.
–
एसजीके/