पटना, 14 जून . पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने साफ किया कि भारत का रुख बहुत स्पष्ट है कि भारत-पाकिस्तान के रिश्ते यही दोनों तय करेंगे, इसमें किसी तीसरे की दखलंदाजी नहीं होगी. दुनिया के अधिकांश देश भारत से अच्छे संबंध रखना चाहते हैं.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, सबने पाकिस्तान से अच्छे रिश्ते की कोशिश की, लेकिन, बदले में हमें क्या मिला? दुनिया के किसी हिस्से में आतंकी घटना हो, उसमें कोई न कोई पाकिस्तानी या वहां प्रशिक्षित आतंकी जरूर मिलेगा.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत का पक्ष रखने और पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर बेनकाब करने के लिए विभिन्न देशों में गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष दायित्व दिया था. हम भी यूरोप के दौरे पर गए थे. हमारी यात्रा फ्रांस से शुरू हुई. सभी लोगों का एक ही लक्ष्य था कि पाकिस्तान को बेनकाब करना है. सभी देशों ने एक स्वर में पहलगाम हिंसा की निंदा की.
उन्होंने आगे कहा कि हम बताने गए थे कि अगर एक अमेरिकी और यूरोपीय नागरिक की जान की कीमत है, तो एक निर्दोष भारतीय की जान भी कीमती है. आतंकवाद से कोई मारा जाएगा तो कार्रवाई होगी. फ्रांस से यात्रा शुरू हुई, इसके बाद हम लोग रोम गए. इसके अलावा कई देशों में गए. हम लोगों ने वहां स्पष्ट किया कि हम नागरिकों के विरोधी नहीं हैं, लेकिन पाकिस्तान की समस्या है कि वहां के जनरल पाकिस्तान चला रहे हैं. वे अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए आतंकवादियों का प्रयोग करते हैं. वे न जनता के चुने हुए हैं, न जनता के उत्तरदायी हैं.
सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब अमेरिका ओसामा बिन लादेन को मारने 12 हजार किलोमीटर जा सकता है, तो हम चार सौ किलोमीटर क्यों नहीं जा सकते हैं. हमने रात को ऑपरेशन किया और सुबह बताया भी. जब हमने एयर डिफेंस बर्बाद कर दिया, तब पाकिस्तान घुटनों पर आया और तब फोन किया. भारत आज चौथी अर्थव्यवस्था बन गया है.
उन्होंने कहा कि जनता और नेता अपना देश बनाते हैं. पाकिस्तान की सेना ने अपने लिए पाकिस्तान बनाया. पाकिस्तान आज जनरल की दुकान बन गई है. दुनिया ने सराहा है कि आतंकवाद और देश की एकता के मुद्दे पर पूरा देश एक है.
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए सवालिया अंदाज में कहा कि उन्हें विदेश नीति की समझ है? राहुल को पता नहीं है, उनके फालतू सवाल से पाकिस्तान को शह मिलती है.
उन्होंने राजद प्रमुख लालू यादव के पैर के पास बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर रखे जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जिसने भी इस तस्वीर को रखा, वह इस दरबारी संस्कृति में क्या कर रहा है? कम से कम लालू यादव को समझना चाहिए था. अंबेडकर देश के मसीहा हैं, उन्होंने देश को संविधान दिया.
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एमएनपी/एबीएम