नीट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बोले रविशंकर प्रसाद, आखिर राहुल गांधी कब मांगेंगे माफी

नई दिल्ली, 24 जुलाई . नीट एग्जाम पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर विपक्षी दलों और राहुल गांधी पर पलटवार किया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार एनटीए पर सवाल उठा रहे थे. कह रहे थे कि भारत में मौजूदा समय में ऐसी कोई भी संस्था नहीं है, जो सफलतापूर्वक परीक्षा संपन्न करा सके. जबकि केंद्र सरकार के निर्देश पर ही सीबीआई ने पूरे मामले की जांच की. इसमें संलिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा. अभी-भी जांच जारी है और अगर कोई भी आरोपी पाया जाता है, तो हम यह सुनिश्चित करते हैं कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, “मैं कांग्रेस वालों से यह पूछना चाहता हूं कि ये लोग जो हो-हल्ला कर रहे थे, कह रहे थे कि छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. क्या इनके शासनकाल में कभी पेपर लीक नहीं हुआ? और मैं एक बात दावे के साथ कहना चाहता हूं कि जब इनके शासनकाल में पेपर लीक हुआ था, तो इन लोगों ने कभी-भी विधिवत रूप से जांच नहीं कराई. हमने पेपर लीक के मामले को संज्ञान में लेने के बाद सीबीआई से इसकी जांच कराई. कई आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. सभी के खिलाफ जांच चल रही है और मैं एक बात यह भी कहना चाहता हूं कि अखिलेश यादव के शासनकाल में भी कई बार पेपर लीक हुए, लेकिन आज तक किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.”

उन्होंने आगे कहा, “भारत सरकार के प्रयास से ही पेपर लीक के खिलाफ एक नया कानून बना है. जिसके अंतर्गत कार्रवाई हो रही है. अब मेरा एक सवाल है कि क्या राहुल गांधी माफी मांगेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया है कि नीट एग्जाम को कैंसिल करने या दोबारा से कराने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है. कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कहा है कि इस परीक्षा में एक या दो नहीं, बल्कि 23 लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था. पेपर लीक व्यापक स्तर पर नहीं हुआ. ऐसे में दोबारा से एग्जाम कराने का सवाल नहीं है. अब क्या राहुल गांधी माफी मांगेंगे. आखिर क्यों राहुल गांधी बार-बार देश की साख पर कुठाराघात कर रहे हैं. आखिर क्यों वो देश की अस्मिता पर बार-बार प्रहार कर रहे हैं. आखिर वो चाहते क्या हैं. क्या वो खुलकर इसपर कुछ कहेंगे. इससे पहले भी वो कई दफा विदेशी सरजमीं पर देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर चुके हैं और पिछले कुछ दिनों से तो उन्होंने अति कर दी है. वो लगातार पेपर लीक को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर थे. देश की संवैधानिक संस्थाओं पर हमलावर थे, लेकिन कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ. पेपर लीक नहीं हुआ है. एनटीए पूरी तरह से परीक्षा कराने में सफल हुआ है. हालांकि, इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता कि कहीं ना कहीं चूक जरूर हुई, जिसकी जांच की जा रही है. इसमें शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”

उन्होंने कहा, “राहुल और विपक्ष के नेताओं ने जिस तरह से नीट को लेकर अपना रवैया दिखाया है, वो बिल्कुल भी सही नहीं है. उसकी मैं निंदा करता हूं. अब आखिरी मेरा एक ही सवाल है कि राहुल गांधी अपने रवैये को लेकर कब माफी मांगेंगे. इस बार उन्होंने सारी हदें पार कर दीं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले से पूरी तस्वीर साफ कर दी कि ऐसा कुछ भी नहीं है. राहुल गांधी ने पिछले एक महीने से छात्रों के बीच परीक्षा को लेकर अविश्वास का माहौल पैदा करने की कोशिश की जो मुझे लगता है कि किसी भी मायने में उचित नहीं है. उन्हें लग रहा था कि उनके ऐसा करने से उन्हें राजनीतिक मोर्चे पर फायदा पहुंचेगा, लेकिन मैं एक बात कह देना चाहता हूं कि इस तरह के रवैये से ना महज राहुल गांधी, बल्कि विपक्ष के किसी भी नेता को कोई फायदा होने वाला नहीं है. इसके विपरीत, इससे उन्हें सिर्फ और सिर्फ नुकसान ही होगा.”

रविशंकर प्रसाद ने कहा, “मैं आखिर में राहुल गांधी से यही कहना चाहूंगा कि आप राजनीति कीजिए, राजनीति करना आपका काम है. लेकिन मेरा आपको एक सुझाव है कि आप देश को कमजोर करने का प्रयास बिल्कुल भी ना करें और एक बात आप यह भी जान लीजिए कि जब तक बीजेपी इस देश की सत्ता पर काबिज है, तब तक कोई भी नेता हमारे देश को कमजोर नहीं कर सकता. राहुल ने नीट पर अपने गैर-जिम्मेदाराना बयान देकर देश की छवि को वैश्विक स्तर पर धूमिल करने का प्रयास किया, लेकिन संतोषजनक बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस अहम मुद्दे पर फैसला देकर विवादों और चर्चाओं पर विराम लगाने में अहम भूमिका निभाई.”

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