विकसित भारत में विश्वकर्माओं की भूमिका महत्वपूर्ण : रविशंकर प्रसाद

पटना, 20 सितंबर . पीएम विश्वकर्मा योजना के एक वर्ष पूरे होने पर पटना के उद्यमिता विकास संस्थान में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद शामिल हुए. इसके अलावा, कार्यक्रम में बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा और दीघा सीट से भाजपा विधायक संजीव चौरसिया भी मौजूद रहे.

इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विकसित भारत में विश्वकर्माओं की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है. हमें विश्वकर्माओं को बड़े उद्यमियों में बदलना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस विजन के साथ आज पीएम विश्वकर्मा प्रगति का एक वर्ष पूरा हुआ है. देशभर में पिछले एक साल में पीएम विश्वकर्मा योजना से लोग लाभान्वित हो रहे हैं.

उन्होंने बताया कि 20 लाख विश्वकर्माओं का सफल पंजीकरण हुआ, 8 लाख विश्वकर्माओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया और 1.6 लाख विश्वकर्माओं के 1,400 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया.

उन्होंने कहा कि अगर जूता बनाने वाले, नाव बनाने वाले, लोहार का काम करने वाले, सुनार का काम करने वाले, बढ़ई का काम करने वाले का विकास नहीं होगा तो देश का विकास होगा क्या? विश्वकर्मा योजना आपके जीवन में बदलाव जाएगा.

उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि विश्वकर्माओं को कौशल प्रशिक्षण देने के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है. पिछले साल पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत हुई है. सभी पात्र लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए उद्योग विभाग लगातार काम कर रहा है. ट्रेनिंग की गुणवत्ता बेहतर हो, इस विषय पर भी हम लोग काम कर रहे हैं.

इससे पहले महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम विश्वकर्मा योजना की पहली वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे पारंपरिक कौशल में सबसे ज्यादा भागीदारी एससी/एसटी और ओबीसी समाज के लोगों की रही है. अगर पिछली सरकारों ने विश्वकर्मा बंधुओं की चिंता की होती, तो इस समाज की कितनी बड़ी सेवा होती. लेकिन, कांग्रेस और उसके दोस्तों ने एससी/एसटी/ओबीसी को जानबूझकर आगे नहीं बढ़ने दिया. हमने सरकारी सिस्टम से कांग्रेस की इस दलित और पिछड़ा विरोधी सोच को खत्म किया है. पिछले एक साल के आंकड़े बताते हैं कि आज विश्वकर्मा योजना का सबसे ज्यादा लाभ एससी/एसटी और ओबीसी समाज उठा रहा है.

पीएसके/एबीएम