पहलगाम को लेकर आतंकियों के पास सरकारी एजेंसियों से ज्यादा जानकारी थी : राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 29 अप्रैल . पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग का राशिद अल्वी ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जब पूरा देश गमगीन है और सबकी आंखें नम हैं, तो संसद के अंदर पहलगाम हमले पर चर्चा होनी चाहिए.

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने से बातचीत में कहा, “जब पूरा देश गम में है और सबकी आंखें आंसुओं से भरी हैं, तो संसद के अंदर पहलगाम हमले पर चर्चा होनी चाहिए. संसद सत्र के दौरान सरकार से कई सवाल पूछे जाने चाहिए. सवाल उठेंगे कि चेकपॉइंट क्यों हटाए गए? सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी? डेढ़ घंटे तक लोग बिना सेना, पुलिस या डॉक्टर के क्यों तड़पते रहे? आपकी (सरकार) खुफिया जानकारी कहां गायब हो गई? ऐसा लगता है कि आतंकवादियों के पास आपकी एजेंसियों से बेहतर खुफिया जानकारी थी. उन्हें मालूम था कि वहां कोई नहीं होगा और इसलिए वहां जाएंगे और लोगों को मार देंगे. बहुत सारे सवालों का लोगों को जवाब चाहिए.”

उन्होंने आगे कहा, “पहलगाम हमले की जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री सऊदी अरब से आए और एयरपोर्ट पर चर्चा भी की. मगर, अगले ही दिन वह राजनीति करने के लिए पटना (बिहार) चले गए. पाकिस्तान को आप (प्रधानमंत्री) पटना जाकर धमका रहे हैं, उन्हें श्रीनगर जाकर धमकाना चाहिए था. बहुत सारे सवालों का जवाब देने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए.”

पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के घर गिराए जाने पर राशिद अल्वी ने कहा, “इस घटना के बाद अब आप उनके घर गिरा रहे हैं. अगर वहां आतंकवादी रह रहे थे, तो क्या आपको पहले से इसकी जानकारी नहीं थी? आप यह सिर्फ लोगों को यह संदेश देने के लिए कर रहे हैं कि आप कार्रवाई कर रहे हैं. महबूबा मुफ्ती कह रही हैं कि वे निर्दोष लोग हैं. आप सिर्फ लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं. अभी तक छह आतंकवाद‍ियों में से एक भी नहीं पकड़ा गया, तो आप कैसे दावा कर सकते हैं कि जिनके घर तोड़े गए, वे आतंकवादियों को पनाह दे रहे थे? मुझे लगता है कि यह एक नाकाम सरकार है.”

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की कोई बात विश्वसनीय नहीं है, लेकिन यह भी तय है कि पूरी दुनिया यह जरूर पूछेगी कि इतने लोगों को मारने वाले आतंकियों का अब तक पता क्यों नहीं लगाया गया? यही अपने आप में इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान इसमें शामिल है. जब तक हम उन्हें पकड़कर न्याय के कठघरे में नहीं लाते, तब तक हम दुनिया को कैसे यकीन दिलाएंगे? सरकार की पहली जिम्मेदारी उन सभी छह लोगों को गिरफ्तार करना है, लेकिन आप डेढ़ घंटे तक उस जगह पर भी नहीं पहुंचे, जहां लोगों की हत्या की गई. आतंकियों के फरार होने के लिए डेढ़ से दो घंटे काफी होते हैं.”

कांग्रेस के एक्स हैंडल पर शेयर किए गए प्रधानमंत्री के बिना सिर वाले पोस्टर पर उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ऑल पार्टी मीटिंग से गायब थे. इतना ही नहीं, वह किसी भी घायल व्यक्ति को अस्पताल में देखने के लिए नहीं गए. साथ ही किसी पीड़ित परिवार के यहां भी नहीं गए. मगर, वह राजनीति करने के लिए पटना चले गए. निश्चित पर पूछा जाएगा कि प्रधानमंत्री कहां गायब थे? उन्होंने पहले तो एयरपोर्ट पर हाई लेवल मीटिंग की, मगर बाद में वह अचानक गायब हो गए. इसलिए, लोग सवाल तो करेंगे कि इतनी बड़ी घटना हो जाती है और वह कहां गायब हैं.”

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