जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाना भाजपा का मकसद : राशिद अल्वी

New Delhi, 29 जून . बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व Union Minister राशिद अल्वी ने इस मुद्दे पर केंद्र Government और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा है. अल्वी ने कहा कि बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची पुनरीक्षण की कवायद पूरी तरह गलत है.

उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का एकमात्र मकसद मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना है और चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर काम कर रहा है.

अल्वी ने कोलकाता में एक मेडिकल छात्रा के साथ हुई जघन्य घटना पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे बेहद निंदनीय बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज के लिए शर्मनाक हैं. आजकल हमारे समाज में न जाने क्या हो गया है, ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं. कुछ नेता इस पर जिस तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं, वह पूरी तरह गलत है.

उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी Government को भी नाकाम करार देते हुए कहा कि इसका यह मतलब नहीं कि कोई अपराध हो जाए तो Government Police या कानून की कमी का बहाना बनाए.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के Government्यवाह दत्तात्रेय होसबले के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अल्वी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस संविधान को नहीं मानते और उनका मकसद संविधान को खत्म करना है. जनता भी अब यह मानने लगी है कि अगर बीजेपी सत्ता में रही तो संविधान खतरे में पड़ सकता है. बीजेपी और आरएसएस का संविधान में विश्वास नहीं है. उनकी मंशा स्पष्ट है, वे इसे खत्म करना चाहते हैं.

जंतर-मंतर पर हुए प्रोटेस्ट को लेकर उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में योगी Government बुलडोजर चलाती है, वही नीति अब दिल्ली में बीजेपी लागू कर रही है. यह पूरी तरह गलत है.

आप नेता गोपाल राय के बयान पर उन्होंने कहा कि जो काम पहले बीजेपी करती थी, अब वही काम बीजेपी से सीखकर आम आदमी पार्टी कर रही है. बीजेपी पहले इस तरह की राजनीति करती थी, अब आप भी वही कर रही है. जब कांग्रेस की Government थी, तब बीजेपी लोगों को भड़काती थी और अब आप भी वही कर रही है.

अरविंद केजरीवाल के कांग्रेस और बीजेपी के एक होने वाले बयान पर कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी जब गलत थी तो आम आदमी पार्टी ने क्यों कांग्रेस से हाथ मिलाया और चुनाव लड़ा. अरविंद केजरीवाल के तमाम नेता जब घोटालों में जेल चले गए हैं तो वो अपनी ईमानदारी जनता को दिखा रहे हैं.

एकेएस/एबीएम