रांची, 6 फरवरी . रांची में मंगलवार की रात दो युवकों की गोली मारकर हत्या आर्मी के जवान मनोहर टोपनो और उसके सहयोगी सुनील कच्छप ने की थी. हत्या के लिए एके-47 का इस्तेमाल किया गया था, जिसे मनोहर टोपनो ने सेना के कैंप से चुराया था. रांची पुलिस ने 36 घंटे के भीतर वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी सेना के जवान और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया.
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आर्मी का जवान मनोहर वर्तमान में कश्मीर के कुपवाड़ा में पदस्थापित है. उसने वारदात को अंजाम देने के लिए कश्मीर स्थित अपने कैंप से जिस एके-47 रायफल को चुराया था, उसे बरामद कर लिया गया है.
रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र के कतरपा गांव में मंगलवार की शाम बुधराम मुंडा और मनोज कच्छप की हत्या उस वक्त कर दी गई थी, जब वे सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस के बाद घर लौट रहे थे. अचानक गोली चलने की आवाज सुनकर गांव के लोग घटनास्थल पर पहुंचे थे, तो बुधराम मुंडा और मनोज कच्छप जमीन पर तड़पते पाए गए थे. उन्हें रांची स्थित रिम्स लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजा थे. इस वारदात को लेकर बुधवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा था. उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रांची-गुमला हाईवे को करीब पांच घंटे तक जाम रखा था.
बाद में पुलिस-प्रशासन के अफसरों के हस्तक्षेप पर देर शाम जाम हटाया गया था. एसएसपी ने बताया कि इस दोहरे हत्याकांड के पीछे जमीन विवाद का मामला है. गिरफ्तार सेना के जवान मनोहर ने मृतक बुधराम के बड़े भाई से 36 डिसमील जमीन को लेकर सौदा किया था. कुछ माह पूर्व बुधराम के बड़े भाई की मौत हो गई. घटना के बाद बुधराम जमीन बेचने को तैयार नहीं था. इससे नाराज होकर जवान ने बुधराम की हत्या की योजना बनाई थी.
बुधराम को जब गोली मारी गई, तब मनोज कच्छप ने उसे देख लिया था. इसी वजह से मनोज को भी गोली मार दी गई थी.
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एसएनसी/एबीएम