रांची, 18 फरवरी . झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से छात्रों, शिक्षकों, विभागीय कर्मियों और शैक्षणिक संस्थाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर विकसित किए गए छह वेब पोर्टल का लोकार्पण किया. प्रोजेक्ट भवन स्थित झारखंड मंत्रालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रांची विज्ञान केंद्र में स्थापित किए गए इनोवेशन हब का भी उद्घाटन किया.
इस अवसर पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा की पहुंच को सरल बनाने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है. राज्य की छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में दक्ष बनाना सरकार की प्राथमिकता है. इन पोर्टल्स के जरिए राज्य की उच्च शिक्षा व्यवस्था से संबंधित सेवाओं को डिजिटल मोड में ले जाने का प्रयास किया गया है. आवेदनों की लंबी प्रक्रिया और धीमी कार्य संस्कृति के इतिहास से हमें बाहर निकलना है.
मंत्री ने कहा कि इन पोर्टल्स के जरिए वेतन निर्धारण और सत्यापन, निजी विश्वविद्यालय प्रबंधन, वित्त रहित कॉलेज अनुदान आवेदन, मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत आवेदन, अप्रेंटिस मैनेजमेंट संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आएगी.
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, रांची के परिसर में स्थापित इनोवेशन हब रचनात्मक एवं नवाचारी विचारों का पोषण, इनोवेटिव सोच, समस्या के व्यावहारिक समाधान के लिए उचित वातावरण प्रदान करेगा.
कार्यक्रम के दौरान विभाग की ओर से पेश प्रजेंटेशन में बताया गया कि राज्य में छात्रों के बीच अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से झारखंड स्टूडेंट रिसर्च एंड इनोवेशन पॉलिसी, 2025 गठित की जा रही है. इस नीति के तहत स्टार्टअप के लिए फंडिंग और अनुसंधान परियोजनाओं, संगोष्ठियों और सम्मेलनों के लिए अनुदान प्रदान किया जाएगा. इसके क्रियान्वयन के लिए 1,280 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है.
कार्यक्रम में मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव राहुल कुमार पुरवार, सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर-सह-सीईओ संजय कुमार राकेश, राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
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एसएनसी/एबीएम