रणबीर कपूर और निखिल कामथ ने पीएम मोदी से मुलाकात का पुराना किस्सा किया याद, शेयर की खास बातें

नई दिल्ली, 28 जुलाई . बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर और जाने-माने उद्यमी तथा निवेशक निखिल कामथ ने खास बातचीत में अपने निजी जीवन के बारे में खुलकर बात की. दोनों ने अपने जीवन के कई अनुभव भी शेयर किए.

इस बातचीत में रणबीर कपूर और निखिल राजनीति के बारे में भी चर्चा करते नजर आए. निखिल कामथ के यूट्यूब चैनल ‘पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ’ पर चर्चा में उन्होंने और रणबीर कपूर ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात के बारे में किस्से साझा किए और बताया कि कैसे उस अनुभव ने उन्हें अत्यधिक प्रभावित और प्रेरित किया.

अभिनेता रणबीर कपूर ने सालों पहले प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात को याद किया. उन्होंने प्रधानमंत्री के उस अप्रोच को सराहा, जो उन्होंने फिल्मी हस्तियों से मिलते वक्त कायम रखा था. रणबीर मानते हैं कि उनके (पीएम मोदी) व्यक्तित्व में ‘मैग्नेटिक चार्म’ है.

रणबीर कपूर ने कहा कि राजनीति के बारे में मैं कुछ सोचता नहीं हूं. लेकिन, मुझे याद है कि हममें से कई पीएम मोदी से 4-5 साल पहले मिलने पहुंचे थे. हमने उनको टीवी पर देखा है. जानते हैं कि वो बहुत अच्छे वक्ता हैं. उनके बोलने का अंदाज शानदार है.

अभिनेता ने आगे बताया कि हम सभी बैठे थे. उन्होंने कमरे में प्रवेश किया. उनमें एक ‘मैग्नेटिक चार्म’ है, उन्होंने वहां मौजूद हर शख्स से करीब से बातचीत की. जैसे मुझसे मेरे पिता के बारे में पूछा कि मेरे पिता का कैंसर का ट्रीटमेंट कैसा चल रहा था. विक्की कौशल से उनके जीवन से जुड़ा, करण जौहर से कुछ अलग तो आलिया से कुछ और सवाल किए.

इसके आगे बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर पीएम मोदी के अंदाज की तारीफ करते हैं. कहते हैं, उनका अंदाज अलग था. सबसे मिलने की चाह दिख रही थी. यही चाह तो महान व्यक्तित्व की पहचान होती है.

दरअसल, रणबीर कपूर उस मुलाकात का जिक्र कर रहे थे, जो 2019 में हुई थी. पीएम मोदी बॉलीवुड के कलाकारों और निर्माताओं से मिले थे.

यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान रणबीर ने जाने-माने उद्यमी और निवेशक निखिल कामथ से पीएम मोदी और उनके संबंधों को लेकर सवाल किया. निखिल ने पीएम के काम के प्रति समर्पण की प्रशंसा की. उन्होंने भी एक वाकया साझा करते हुए बताया कि मैं पीएम से अमेरिका में मिला. हम तीन-चार लोग थे. चार-पांच दिनों के लिए वॉशिंगटन में थे.

कामथ ने अमेरिका में अपने प्रवास को याद करते हुए कहा, “एक साल पहले मैं तीन-चार लोगों के साथ वाशिंगटन में था. प्रधानमंत्री के सुबह से लेकर देर शाम तक व्यस्त कार्यक्रम रहते थे. सुबह करीब 8 बजे वे अमेरिकी व्यापारियों के साथ सत्र आयोजित करते थे. करीब 11 बजे वे भाषण देते थे. करीब 1 बजे वे व्यापार प्रमुखों के साथ बैठक करते थे. यह सिलसिला रात तक चलता रहता था.”

उन्होंने पीएम मोदी के ऊर्जा की सराहना करते हुए कहा, “हम शाम तक थक जाते थे, जबकि प्रधानमंत्री ऊर्जा से भरपूर होते थे और आगे की मीटिंग्स के लिए तैयार रहते थे.” उन्होंने आगे कहा कि उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है और उन्हें करीब से देखने का सौभाग्य मिला.

एसके/एबीएम