‘राणा नायडू’ और मस्ती… दोनों चीजें कभी साथ में नहीं चल सकती : राणा दग्गुबाती

मुंबई, 12 जून . तेलुगु स्टार राणा दग्गुबाती अपने हिट स्ट्रीमिंग शो ‘राणा नायडू’ के दूसरे सीजन की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं. से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि इस शो में उनका किरदार बहुत सारे दर्द और मानसिक तकलीफों से जुड़ा है.

इंटरव्यू में जब ने राणा से पूछा कि उन्हें अपने राणा नायडू का किरदार निभाने में सबसे मजेदार चीज क्या लगी?

उन्होंने कहा, “‘राणा नायडू’ और मस्ती, ये दोनों चीजें कभी साथ में नहीं चल सकतीं. यह किरदार बहुत गंभीर है. वह कई अंदरूनी तकलीफों से जूझ रहा है, जिनका जिक्र वह किसी से नहीं कर पाता. मुझे लगता है कि भारतीय पुरुषों के साथ ऐसा होता है, खासकर जो परिवार के मुखिया होते हैं या जिन पर बहुत जिम्मेदारी होती है, वे अपनी तकलीफों के बारे में किसी से बात नहीं करते. ‘नायडू’ परिवार की कहानी में भी ऐसा ही कुछ दिखाया गया है, एक ऐसा परिवार जिसमें सभी लोग अपनी-अपनी अंदरूनी परेशानियों के दबाव में जी रहे हैं.”

उन्होंने कहा, ”चाहे वह बाप-बेटे के बीच का झगड़ा हो, पति-पत्नी के बीच की परेशानी हो या भाई-बहनों के बीच के मतभेद हों, मुझे लगता है कि यह सब किसी न किसी पुराने दर्द से जुड़े हुए हैं. हर कोई अपने-अपने तरीके से उन तकलीफों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है.”

सीजन 1 में सिर्फ एक ऐसा परिवार था, जो बिखरा हुआ था. उनमें झगड़े, मतभेद और परेशानियां थीं. सीजन 2 में अब दो ऐसे परिवार हैं, जो आपसी तनाव और मुश्किल हालातों से जूझ रहे हैं.

अभिनेता ने साझा किया, “अब दो ओबेरॉय कहानी में आए हैं. आपने सोचा था कि नायडू परिवार बुरा है, लेकिन ये तो उससे भी ज्यादा बुरे हैं. अमीर लोगों की परेशानियां और भी बड़ी होती हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अमीर लोगों की भी यही समस्याएं होती हैं. उनकी परेशानियां एक अलग तरीके से बढ़ जाती हैं, जैसे विरासत और ऐसी चीजें. इस कहानी में नागा नाम का एक किरदार है, जो इस परिवार के बीच में बार-बार दखल देता रहता है.”

‘राणा नायडू’ का दूसरा सीजन 13 जून से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगा.

पीके/एबीएम