नई दिल्ली, 23 मार्च . समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा को ‘गद्दार’ बोलने पर हंगामा मच गया है. विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि उन्हें अपनी कही पर माफी मांगनी चाहिए.
रामजी लाल सुमन के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने से बातचीत में कहा, “समाजवादी पार्टी को ‘नमाजवादी पार्टी’ कहा जाता है. समाजवादी पार्टी का नाम किसी खास मकसद से ऐसा रखा गया है. ऐसा लगता है कि उनके महासचिव ने हिंदू धर्म, संस्कृति, ऐतिहासिक शख्सियतों और पवित्र ग्रंथों का अपमान करना अपना कर्तव्य मान लिया है. संसद के ऊपरी सदन में राज्यसभा सांसद और सपा के महासचिव हिंदुओं और राणा सांगा को देशद्रोही कहें तो इसे देश कैसे स्वीकार कर सकता है? देशद्रोहियों का सम्मान और देश के वीर सपूतों का अपमान समाजवादी पार्टी की संस्कृति का हिस्सा रहा है, लेकिन अब समाज इसे और स्वीकार नहीं करेगा.”
उन्होंने आगे कहा, “जिस तरह से राजस्थान की वीर-वसुधा को कलंकित करने का दुस्साहस भारत की सदन में हुआ है, वह स्वीकार नहीं है. हम अपेक्षा करते हैं कि राज्यसभा के सभापति ऐसे सांसद को वहां से बाहर करेंगे और साथ ही समाजवादी पार्टी को तुरंत लिखित में समाज और सदन से माफी मांगनी चाहिए. इस मामले को लेकर राजस्थान के अंदर काफी आक्रोश है.”
विनोद बंसल ने कहा, “मैं उनको बता देना चाहता हूं कि राणा सांगा ने बाबर जैसे आक्रांता के खिलाफ युद्ध लड़ा था, जिसमें बुरी तरह से बाबर को हार का सामना करना पड़ा था. वह तो गनीमत है कि राणा सांगा ने उसको जिंदा छोड़ दिया. शायद ये वही गलती है, जो पृथ्वीराज चौहान से भी हुई थी इसलिए वह भारत के लिए नासूर बन गया. अन्यथा ऐसे लोगों को तो मृत्युदंड तुरंत मिलना चाहिए. मुझे लगता है बाबरवादी और औरंगजेब वाली मानसिकता को समाप्त करने का समय आ गया है. दुर्भाग्य की बात है कि इनके नाम में रामजी है, लेकिन लबों पर औरंगजेब है, इसलिए ऐसी मानसिकता को अब सदन और भारत से विदा करना है.”
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने तय किया है कि राजपूत समाज और वीर योद्धाओं का अपमान करने वाले लोगों के खिलाफ राजस्थान में प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में विवादित बयान दिया था.
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एफएम/केआर