दिग्विजय की आतंकवाद और उग्रवाद के प्रति सहानुभूति : रामेश्वर शर्मा

भोपाल, 11 मार्च . दिल्ली में वर्ष 2020 में हुए दंगों के आरोपी उमर खालिद को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा निर्दोष बताए जाने पर भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने बड़ा हमला बोला और कहा कि दिग्विजय सिंह की आतंकवाद और उग्रवाद के प्रति सहानुभूति रहती है.

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का एक बयान आया है, जिसमें उन्होंने दिल्ली दंगों के आरोप में जेल में बंद चल रहे उमर खालिद को निर्दोष बताया और कहा कि उन्हें परेशान किया जा रहा है.

साल 2020 में हुए दिल्ली दंगों के आरोप में उमर खालिद को उसी साल सितंबर माह में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने खालिद समेत कई अन्य लोगों को दंगों का मास्टरमाइंड बताया है. अब उसी दिल्ली दंगों के आरोपी को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह निर्दोष बता रहे हैं. दिग्विजय के इसी बयान पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी.

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह ऐसे महापुरुष हैं, जो हमेशा अपराधियों और आतंकवादियों के बारे में बहुत सहानुभूति रखते हैं. इसी कारण आतंकवादी को जी लगाकर संबोधित करना उनकी आदत है. वहीं, जाकिर नाइक उनके गुरु हैं, जो अंतरराष्ट्रीय गिरोह के सरगना हैं. इसी तरह दिग्विजय सिंह की एक विशेष वर्ग के प्रति सहानुभूति है, जो दर्शाती है कि आतंकवाद और हिंदुओं का घर जलाने वालों के प्रति आज भी उनकी सहानुभूति है.

उन्होंने औरंगजेब की कब्र को हटाए जाने वाले सवाल पर कहा कि औरंगजेब की कब्र की हिंदुस्तान में क्या जरूरत है, एक तो लुटेरों की कब्र इस देश में बने और उसकी रक्षा हो, यह तो एक अपराध है. कोई लुटेरे की कब्र इस देश में नहीं होनी चाहिए. कब्र अगर हो तो अशफाक उल्ला खां, अब्दुल हमीद की हो, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की हो. जिन्होंने हिंदुस्तान को दिया है, आजादी की लड़ाई लड़ी. जिन्होंने भारत को मिसाइल दी है, उनकी कब्र पर नतमस्तक भी हो सकते हैं, फूल भी चढ़ाए जा सकते हैं. लेकिन, जो देश को लूटने आए, सभ्यता पर हमले किए, ऐसे लुटेरों की कब्र की हिंदुस्तान में जरूरत नहीं है.

एसएनपी/एबीएम