बरेली, 7 मार्च . रमजान का पाक महीना चल रहा है. इस पाक महीने में जुमा और हिंदू समुदाय का प्रमुख त्योहार होली एक ही दिन पड़ रहे हैं. इसके मद्देनजर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने शुक्रवार को वीडियो बयान कर किया है.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि रमजान का पाक महीना चल रहा है. साथ ही होली की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. उन्होंने कहा कि रमजान का महीना सब्र की तालीम देता है. अल्लाह ने कुरान शरीफ में फरमाया है कि खुदा सब्र करने वालों के साथ है. हमारे नबी ने हदीस शरीफ में फरमाया है, अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ से, पैर से, जुबान से किसी दूसरे को कोई तकलीफ न हो. मैं अपील करता हूं कि मुसलमान इन तमाम चीजों पर अमल करें.
मौलाना ने कहा कि रमजान शरीफ के मुकद्दस महीने को सब्र के साथ गुजारें. साथ ही मौलाना ने पूरे प्रदेश की मस्जिदों के इमामों और मुतवल्लियों से अपील करते हुए कहा कि होली के दिन जुमा पढ़ रहा है, जुमे की नमाज विभिन्न मस्जिदों में अलग-अलग समय पर होती है, वो इलाके जहां पर मिली जुली आबादी है उन इलाकों की मस्जिदों में जुमे की नमाज का समय 2:30 बजे रख लें. जो मुस्लिम बहुल इलाके हैं, वहां मस्जिदों का समय बदलने की जरूरत नहीं है. हर शहर के इमाम इन बातों पर खासतौर पर ध्यान दें.
उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे होली के दिन बेवजह रोड पर और गलियों में न घूमें. बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से निकले और बहुत एहतियात बरतें. अगर कोई बच्चा या न समझ व्यक्ति रंग डाल देता है तो उससे उलझने की जरूरत नहीं है, घर जाए पानी से रंग को साफ कर लें. इस तरह के रंगों के पानी से कपड़ा नापाक नहीं होता है. हिंदू भाइयों से भी मौलाना ने अपील करते हुए कहा कि किसी भी रोजेदार या हिजाब पहनी हुई महिला पर रंग न डालें, अपने बच्चों को भी इसी तरह समझाएं और रमजान का सम्मान करें.
मौलाना ने आगे कहा कि आला हजरत ने अपनी किताब में लिखा है कि कानून को किसी भी सूरत में अपने हाथ मे न लें. हां अगर कोई बात हो जाती है तो फौरन उसकी शिकायत अधिकारियों से करें या अपने बड़ों को जानकारी दें. खुद कानून को हाथ में लेकर निर्णय लेने की कोशिश न करें. मौलाना ने सभी देशवासियों से गुजारिश करते हुए कहा कि दोनों सम्प्रदाय के लोग एक दूसरे के त्योहारों का सम्मान करें, अमन व शांति बनाए रखें. जो शरारती तत्व हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को बिगाड़ना चाहते हैं, उनसे होशियार रहें.
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