500 साल बाद ऐतिहासिक होगी रामनवमी : मोहन यादव

मैहर, 9 अप्रैल . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि इस बार की रामनवमी 500 साल के बाद ऐतिहासिक होगी, जब श्री रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजित हो गए हैं और अब वह अपने गर्भगृह में मुस्कुराएंगे.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मैहर में भाजपा प्रत्याशी सांसद गणेश सिंह के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि हमारे देवी-देवताओं को अपनानित करके एक धर्म विशेष के लोगों को खुश करने का जो नकली धंधा चला है, उसके कारण हमारा धर्म अपमानित होता गया. हमारे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा नेतृत्व है. उनकी सोच है कि देश में रहने वाले हिन्दू हो या मुसलमान, संविधान सबके लिए एक समान है.

सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय किया है, उसका पालन सबको करना चाहिए. हमारे यहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कांग्रेस के मदन मोहन मालवीय ने की थी. कांग्रेस के बाल गंगाधर तिलक ने गणेश उत्सव स्थापित किए थे. मौजूदा समय में एक-एक करके हिन्दू धर्म को अपनानित करने वाले सभी कारनामे कांग्रेस पार्टी की तरफ से सामने आते हैं.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बंटवारा हुआ तो कौन चाहता था कि देश अलग हो, लेकिन कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति से बंटवारा करवा दिया. आजादी के समय ऐसे कई जीवाण-कीटाणु छोड़ दिए, जो धारा 370 के रूप में देश के लिए कलंक बन गए. इसके कारण 40-40 हजार देशभक्तों को प्राणों की कुर्बानी देनी पड़ी. चाहे हिन्दू हो, मुसलमान हो, सेना हो, पुलिस हो या फिर आम नागरिक हो, सभी को कुर्बानी देनी पड़ी. कांग्रेस की मानसिकता थी कि धारा 370 के आधार पर मुस्लिम समाज के वोट मिल जाएंगे. कांग्रेस ने हमेशा से अपने वोट बैंक की राजनीति की है.

उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि कांग्रेस सरकार जब देश में बहुमत के साथ थी. उस समय कांग्रेस के ही कई नेताओं ने कहा कि ऐसे कई मुस्लिम देश हैं, जहां पर तीन तलाक कानून लागू नहीं हैं. यह कानून खराब है, इसको बदलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने अपने वोट बैंक के लिए इस कानून को नहीं बदला. जब प्रधानमंत्री मोदी ने इस कानून में बदलाव किया तो मुस्लिम बहनों ने उनकी जय-जयकार की.

मैहर में मां शारदा मंदिर में सीएम मोहन यादव ने दर्शन-पूजन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब हम सबके कल्याण की कामना करते हैं और उसमें जो बाधाएं आती हैं, परमात्मा और देवी कृपा के माध्यम से अपने आप हट जाते हैं. काल के प्रवाह में हम सब देख रहे हैं कि विघ्नों की सीमा 17 लाख साल पहले कभी रावण के रूप में दिखाई देती थी तो 5 हजार साल पहले कंस के रूप में दिखाई दी थी.

इस दौरान नगर निगम सतना के पूर्व महापौर, सतना संसदीय सीट के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी और जिला कांग्रेस कमेटी सतना के पूर्व अध्यक्ष राजाराम त्रिपाठी ने अपने सैकड़ों साथियों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस सभी नेताओं को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर सदस्यता दिलाई.

एस एन पी/एकेएस