छपरा, 2 मई . देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र सरकार के फैसले को बिहार के छपरा से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने जरूरी और बड़ा निर्णय बताया है. इसके लिए भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है.
राजीव प्रताप रूडी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में जातीय जनगणना जरूरी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जातीय जनगणना कराने का बड़ा निर्णय लिया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस विषय को कई बार उठाया था. पीएम मोदी ने जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया है, इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं. देश में आने वाले दिनों के लिए यह बड़ा कदम साबित होगा.
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार (30 अप्रैल) को दिल्ली में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में जाति जनगणना को मंजूरी दे दी गई थी. सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि कांग्रेस की सरकारों ने जाति जनगणना का विरोध किया था. साल 1947 के बाद से जाति जनगणना नहीं हुई. जाति जनगणना की जगह कांग्रेस ने जातिगत सर्वे कराया, यूपीए सरकार में कई राज्यों ने राजनीतिक दृष्टि से जाति सर्वे किया है.
यह भी कहा था कि कांग्रेस की सरकारों ने आज तक जाति जनगणना का विरोध किया है. आजादी के बाद से अब तक देश में जितनी बार भी जनगणना हुई, उसमें जातियों की गणना नहीं की गई. साल 2010 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह ने लोकसभा में आश्वासन दिया था कि जाति जनगणना पर कैबिनेट में विचार किया जाएगा. तत्पश्चात एक मंत्रिमंडल समूह का भी गठन किया गया था, जिसमें अधिकांश राजनीतिक दलों ने जाति आधारित जनगणना की संस्तुति की थी.
इसके बावजूद कांग्रेस की सरकार ने जाति जनगणना के बजाए, एक सर्वे कराना ही उचित समझा, जिसे एसईसीसी के नाम से जाना जाता है. कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों ने जाति जनगणना के विषय को केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग किया.
–
एफजेड/