‘विकसित भारत’ कार्यक्रम में बोले राजीव चंद्रशेखर : विकास के मामले में दुनिया के लिए नए मानक स्थापित कर रहा देश

नई दिल्ली, 28 फरवरी . केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता तथा जलशक्ति राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को पुणे में “विकसित भारत संकल्प यात्रा” में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने युवा भारतीयों, स्टार्टअप्स, उद्योगपतियों और महाराष्‍ट्र के प्रमुख लोगों के साथ बातचीत की. इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक भारत को ‘विकसित भारत’ कैसे बनाया जाए, इस विजन पर चर्चा की.

इस आयोजन के दौरान, मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाया जाए. कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मुख्य अतिथि के तौर पर की. ‘विकसित भारत एंबेसेडर मीट’ पर उन्‍होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के तहत कैसे देश आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और अन्य मानकों पर भी विश्‍व स्तर पर नए मानक स्थापित कर रहा है.

चंद्रशेखर ने कहा, कोरोना काल के ढाई वर्षों के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका अभी भी मजबूत मुद्रास्फीति के दबाव का सामना कर रहा है, यूनाइटेड किंगडम की मुद्रा में सबसे तेज गिरावट देखी गई है, चीन को छह लॉकडाउन से गुजरना पड़ा, क्योंकि उसके टीके काम नहीं कर रहे थे. अन्य सभी देशों को अमेरिका स्थित वैक्सीन निर्माताओं के सामने झुकना पड़ा. लेकिन, भारत ने 100 करोड़ से अधिक लोगों को टीकाकरण करके एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया और इसे विश्‍व स्तर पर भी पहुंचाया. इसके अलावा, भारत कोविड के बाद के युग में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है.

मंत्री ने नोबेल पुरस्कार विजेता माइकल स्पेंस के हवाले से कहा, “भारत ने दुनिया की सबसे अच्छी डिजिटल अर्थव्यवस्था और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का निर्माण किया है.” भारत की विकास क्षमता पर कई वैश्विक नेताओं और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह देशवासियों के लिए गर्व करने का क्षण है कि हमने सामूहिक प्रयास से यह हासिल किया है और आगे भी इससे बेहतर कुछ हासिल कर सकते हैं. भारत ने अपना रास्ता खुद बनाया है और दुनिया उसका अनुसरण कर रही है.”

उन्होंने आगे कहा कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा है कि दुनिया अब वही कर रही है, जो भारत ने पहले ही करना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में ही डिजिटल अर्थव्यवस्था के लाभों को देखा और अनुमान लगाया था. दुनिया अब इसके प्रति जागरूक हो रही. उन्होंने देश के युवाओं से विकसित भारत कार्यक्रम में भाग लेने का आह्वान किया और उनसे पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में ‘फोर्स मल्टीप्लायर’ बनने का आग्रह किया.

उन्होंने 9वीं कक्षा की छात्रा नंदिनी कुशवाह का उदाहरण देते हुए बताया कि एक पौधे की छवि के आधार पर एआई की मदद से एक कृत्रिम प्लेटफॉर्म बनाया, जो उस पौधे में ‘पोषक तत्वों की कमी’ का पता लगा सकता है और यह भी बता सकता है कि उस पौधे के बेहतर ग्रोथ के लिए किस तरह के उपचारात्मक कदम उठाए जा सकते हैं. यह “विकसित भारत संकल्प यात्रा” एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जिसे ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में व्यापक तौर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है. इसके प्राथमिक उद्देश्यों में विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों तक पहुंचना, इन योजनाओं के बारे में उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी देना, योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत करना और भविष्य में वह योजनाओं के लाभ के लिए नामांकन कैसे करेंगे इसके बारे में बताना है.

चंद्रशेखर ने कहा कि यह अभियान भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, राज्य सरकारों, केंद्र सरकार के संगठनों और संस्थानों के द्वारा मिलकर चलाया जा रहा है. इसका व्यापक उद्देश्य सभी हितधारकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना है, जिससे नागरिकों को सशक्त बनाया जा सके और विकसित भारत के विजन को मूर्तरूप रूप दिया जा सके.

एसके/एसजीके