जोधपुर, 7 सितंबर . राजस्थान हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 को रद्द करने का फैसले के विरोध में सफल अभ्यर्थियों के हितों के लिए सर्व समाज आगे आया है. सर्व समाज की ओर से करीब चार घंटे तक जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देकर इस पूरे मामले में सरकार से मांग की है कि वे हाईकोर्ट डबल बेंच में पैरवी करें और पक्ष रखें, ताकि जो योग्य अभ्यर्थी हैं, उनके साथ अन्याय ना हो सके.
सर्व समाज की ओर से हनुमान सिंह खांगटा लंबे समय से सफल अभ्यर्थियों को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर न्याय की गुहार लगाते रहे. अलग-अलग समाज से आए प्रतिनिधियों ने इन सफल अभ्यर्थियों के हितों में विशाल धरना प्रदर्शन किया. समाज के प्रतिनिधियों ने धरने को संबोधित करते हुए State government से अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा कि सरकार के बयान आ रहे हैं कि भर्ती रद्द नहीं की गई है, ऐसे में सरकार को आगे आकर इस पर बयान देने की आवश्यकता है. धरना देने के लिए सफल अभ्यर्थी एवं उनके परिजन भी शामिल हुए और न्याय की मांग करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि परीक्षा टॉपर होने के बावजूद अब सड़कों पर आंदोलन करना पड़ रहा है; हम आपके साथ न्याय की मांग कर रहे हैं.
वहीं, सफल अभ्यर्थी विजय सिंह ने से खास बातचीत में बताया कि सब इंस्पेक्टर की भर्ती में 107वीं रैंक के साथ मेरा चयन हुआ था. पिछले दो साल से राजस्थान पुलिस में सब इंस्पेक्टर हूं. इससे पहले सेंट्रल गवर्नमेंट में टीजीटी का अध्यापक था. 2021 में पेपर दिया और पांच साल बाद बताया जाता है कि भर्ती रद्द हो रही है. इस पांच साल का हिसाब कौन देगा? 2021 में सफलता के पीछे मेरा 2016 का संघर्ष था, इसके बाद चयन हुआ. परीक्षा की तैयारी का एक बेहतर समय होता है. हम सरकार से मांग करते हैं कि वह हमारे साथ मजबूती से खड़ी हो, पैरवी करे और हमें न्याय दिलाए.
धौली विश्नोई ने बताया कि सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए मैंने लंबा संघर्ष किया है. इस परीक्षा की तैयारी के लिए 2016 से ही लगी हूं. 2016 में जो वैकेंसी निकली थी, उसका पेपर 2018 में हुआ था. 2021 में दोबारा वैकेंसी आने पर आवेदन किया और मेरा चयन हो जाता है, लेकिन इस परीक्षा को रद्द कर दिया जाता है. मेरी तैयारी और जो समय खराब हुआ, उसका जिम्मेदार कौन है? इसका जवाब कौन देगा?
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एएसएच/एएस