राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच राठौड़ ने कहा, ‘अगला साल निश्चित रूप से हमारा होगा’

नई दिल्ली, 21 मई . आईपीएल 2025 के लीग मैचों के समाप्त होने में अभी एक सप्ताह बाकी है, लेकिन राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के 14 लीग मैचों का कोटा पूरा होकर उनके आईपीएल 2025 का सफर समाप्त हो चुका है. चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बाद प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली दूसरी टीम बनने वाली आरआर अभी भी सीएसके से ठीक ऊपर और अंक तालिका में अंतिम से दूसरे स्थान पर है, जबकि पिछले साल आरआर ने प्ले ऑफ तक का सफर पूरा किया था.

टीम के इस प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा, “इस सीजन कई मैच ऐसे रहे, जहां हमने जीतते-जीतते कई करीबी मुकाबले गंवाए. हमने तीनों विभागों, खासकर फील्डिंग में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. इसके अलावा हमने पांच बल्लेबाज रिटेन किए थे तो हमें बल्लेबाजों से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन कई मौके ऐसे आए, जहां हमने अच्छी शुरूआत नहीं की. वहीं गेंदबाजी में भी हमने अधिकतर बार 10 से 15 रन अधिक दिए, जो बाद में हार का अंतर साबित हुए.

“कई मौकों पर हम मैच को अपने पक्ष में समाप्त कर सकते थे, लेकिन हम दुर्भाग्यशाली रहे कि हम ऐसा नहीं कर पाए. यह निराशाजनक है और इससे तकलीफ होती है, लेकिन यह आपको अगले सीजन के लिए उम्मीद भी देती है. मुझे लगता है कि हम इससे बुरा और नहीं कर सकते और अगले सीजन हम निश्चित रूप से वापसी करेंगे. ये सभी लड़के एक साल और अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू क्रिकेट खेलकर और भी बेहतर होंगे, खासकर हमारी बल्लेबाजी इकाई और भी मजबूत होगी.”

गौरतलब है कि आरआर ने इस साल चार ऐसे करीबी मुकाबले गंवाए, जिसमें जीत-हार का अंतर 11 रन से भी कम था, वहीं दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) के खिलाफ मुकाबला भी सुपर ओवर में जाने के बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अगर इन मुकाबलों में से आधे के परिणाम भी आरआर के पक्ष में जाते तो वे प्ले ऑफ की दौड़ में बने रहते. हालांकि राठौड़ ने कहा कि उन्हें इस सीजन से कई सकारात्मक चीजें मिलीं, जो कि अगले सीजन को बेहतर बनाने के काम आएंगी.

वैभव सूर्यवंशी के लिए पूछे जाने पर राठौड़ ने कहा, ”सूर्यवंशी के साथ अच्छी बात यह है कि उनके पास निरंतरता है और वह लगभग हर मैच में अच्छा कर रहे हैं. उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में भी अच्छी पारी खेली थी और बार-बार ऐसा करना दिखाता है कि वह अलग और अनूठे हैं. उनके बल्ले का डाउनस्विंग उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनाता है.”

राठौड़ ने कहा, “हमने टुकड़ों में अच्छी गेंदबाजी की, जैसे आज सीएसके के खिलाफ मैच में आकाश मधवाल ने अच्छा स्पैल डाला. उनको ऐसे गेंदबाजी करते देखना निश्चित रूप से सुखद था. इसके अलावा जोफ्रा आर्चर ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान अच्छी गेंदबाजी की. आज, वनिंदु हसरंगा ने भी वापसी करते हुए अच्छी गेंदबाजी की. हम दुर्भाग्यशाली रहें कि सैंडी (संदीप शर्मा) बीच टूर्नामेंट में चोटिल हो गए, लेकिन वह ऐसे गेंदबाज हैं, जिस पर हम निर्भर रह सकते हैं. तो गेंदबाजी में ये सभी सकारात्मक चीजें हैं.”

उन्होंने कहा, “वहीं बल्लेबाजी में तो बहुतों ने उम्मीद जगाई है. हमारी बल्लेबाजी जिस तरह की है, मुझे लगता है कि यह हमारे लिए जितना बेकार सीजन हो सकता था, हो चुका है. यहां से चीजें बेहतर ही होंगी. चाहे वैभव (सूर्यवंशी) हों या ध्रुव जुरेल, सब यहां से बेहतर ही होंगे. वहीं रियान पराग एक विशेष खिलाड़ी हैं. संजू (सैमसन) दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से इस सीजन अधिकतर समय चोटिल रहें, हम उम्मीद करते हैं कि वह अगले सीजन पूरी तरह फिट होकर हमारे लिए पूरा सीजन खेलेंगे. वह न सिर्फ एक अच्छे बल्लेबाज, बल्कि बेहतरीन कप्तान और नेतृत्वकर्ता हैं. वहीं (शिमरॉन) हेटमायर के लिए यह निराशाजनक सीजन रहा, लेकिन जिस तरह के वह खिलाड़ी हैं, वह भी निश्चित रूप से कोशिश करेंगे कि आगे ऐसा ना हो.”

सीएसके के खिलाफ दिल्ली में हुए मैच के दौरान युवा बल्लेबाज सूर्यवंशी ने अपनी बल्लेबाजी का दूसरा पक्ष भी दिखाया और बताने की कोशिश की कि अगर टीम की जरूरत हो तो वह विकेट पर टिककर खेलना भी जानते हैं. आरआर की पारी की शुरूआत में जब जायसवाल आक्रामक होकर खेल रहे थे, तो सूर्यवंशी ने थोड़ा सा टिककर खेलना उचित समझा. पहले ही गेंद से आक्रमण के लिए माने जाने वाले सूर्यवंशी के नाम इस मैच की शुरूआती 10 गेंदों पर सिर्फ 12 रन थे और उन्हें पावरप्ले में बहुत कम गेंदें खेलने को मिली.

हालांकि आठवें ओवर में जब नूर अहमद गेंदबाजी के लिए आए तो सूर्यवंशी ने एक छक्का और दो चौके लगाकर अपने हाथ खोले और फिर रूके ही नहीं. उनके 33 गेंदों की 57 रनों की पारी में चार चौके और इतने ही छक्के शामिल थे.

राठौड़ ने कहा, “आज की पारी के दौरान आप लोगों को उनकी बल्लेबाजी का दूसरा पक्ष ‘टेंपरामेंट’ भी दिखा होगा. हम उनके साथ पिछले तीन-चार महीनों से काम कर रहे हैं और हमें उनके खेल के हर पहलू के बारे में पता है. लेकिन दबाव और मैच वाली परिस्थितियों में उसे अमल में लाना एक अलग बात है, जो उन्होंने आज बखूबी किया. उन्हें पावरप्ले में बहुत कम गेंदें खेलने को मिली थी और गेंद भी थोड़ी हरकत कर रही थी. लेकिन उन्होंने परिपक्वता और टेंपरामेंट दिखाया और इस मैच का अनुभव उन्हें आने वाले समय में निश्चित रूप से एक बेहतर खिलाड़ी बनाएगा.”

राठौड़ ने आगे कहा, “सूर्यवंशी के साथ अच्छी बात यह है कि उनके पास निरंतरता है और वह लगभग हर मैच में अच्छा कर रहे हैं. उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में भी अच्छी पारी खेली थी और बार-बार ऐसा करना दिखाता है कि वह अलग और अनूठे हैं. उनके बल्ले का डाउनस्विंग उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनाता है.”

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