जोधपुर, 21 दिसंबर . देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को जोधपुर के राजस्थान फ्रंटियर बीएसएफ मुख्यालय में नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यहां के अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न बैचों को सहायक प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि नव आरक्षकों को देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैयार किया जा सके. इसी कड़ी में जोधपुर के चंदन सिंह चंदेल स्टेडियम स्थित सहायक प्रशिक्षण केंद्र में बैच संख्या 258 और 259 का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एमएल गर्ग समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. कार्यक्रम में पीटीएस तीन के जवान भी शामिल रहे.
समारोह की शुरुआत मारकर कॉल से हुई. इसके बाद जवानों ने परेड फॉर्म में प्रदर्शन किया. इस दौरान जवानों का उत्साह झलक रहा था. कार्यक्रम में शामिल बीएसएफ जवानों के परिजनों के चेहरे पर भी खुशी देखने को मिली. कार्यक्रम की शुरुआत में आईजी एमएल गर्ग ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया और फिर परेड का निरीक्षण किया. जवानों ने परेड की सलामी ली और राष्ट्रीय ध्वज रक्षक टोली ने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा.
इस अवसर पर नव आरक्षकों को कर्तव्यपरायणता की शपथ दिलाई गई. इसके अलावा, उल्लेखनीय सेवाओं के लिए कुछ जवानों को पदक और अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए. इस दौरान बैंड डिस्प्ले, ऊंटों का प्रदर्शन, मलखंंब और पीटी प्रदर्शन ने समारोह में चार चांद लगा दिए.
राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एमएल गर्ग ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 447 नव आरक्षकों को 44 सप्ताह की कठिन प्रशिक्षण के दौरान आवश्यक ट्रेनिंग दी गई है. ये जवान अब पूरी तरह से देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार हैं. बीएसएफ के लिए सीमा पर हर तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन हम हमेशा सजग और तैयार हैं. इसके अलावा, भारत सरकार द्वारा 4500 करोड़ रुपये का एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिससे सीमाओं का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा. राजस्थान और पंजाब में लगभग 1500 किलोमीटर लंबी सीमा बाड़ का निर्माण हो रहा है, जो भारत की सीमाओं को और भी मजबूत करेगा.
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