दौसा, 20 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दौसा विधानसभा उपचुनाव के लिए जगमोहन मीणा पर दांव लगाया है. वह कद्दावर नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के भाई हैं. लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के बाद नैतिक जिम्मेदारी का हवाला दे किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
जगमोहन मीणा को 15 साल बाद भाजपा की ओर से टिकट मिला है, जिसे लेकर उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया. वहीं, इस संबंध में जब जगमोहन मीणा से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह टिकट उन्हें अपने प्रयासों की वजह से मिला है. वो राजनीति किसी विशेष जाति या समुदाय के लिए नहीं, बल्कि समाज की समृद्धि के लिए करते हैं.
जगमोहन मीणा ने कहा, “हम जाति या विशेष समुदाय के लिए नहीं, बल्कि विकास के लिए राजनीति करते हैं. हमारा उद्देश्य समस्त जाति का विकास करना है, ना की किसी विशेष जाति का.”
उन्होंने कहा, भाजपा ने मुझ पर विश्वास करके टिकट दिया है, तो निश्चित रूप से दौसा विधानसभा से पार्टी की जीत होगी. पिछली बार कांग्रेस वालों ने रिजर्वेशन के नाम पर लोगों को बहका दिया था. जिसके चलते पार्टी की हार हुई. पार्टी ने काफी मंथन के बाद मुझ पर विश्वास जताया है, इसलिए यह कहा जाना बिल्कुल व्यर्थ है कि मैं जनरल सीट पर एसटी का उम्मीदवार होकर चुनाव लड़ रहा हूं.”
किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने के संबंध में किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका निजी फैसला था. मुझे लगता है कि उन्होंने आहत होकर यह निर्णय लिया था. अब वह आगे क्या कदम उठाते हैं. यह उन पर निर्भर करता है.
दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि अगर भाजपा अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में विफल रही तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. नतीजों में आशा के मुताबिक सीट न मिलने के बाद उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी का हवाला दे मंत्री पद छोड़ दिया था.
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एसएचके/केआर