राजस्थान: भरतपुर पुलिस ने फ्रॉड इन्वेस्टमेंट केस का भंडाफोड़ किया, 5 लोग गिरफ्तार

jaipur, 20 नवंबर . Rajasthan Police हेडक्वार्टर के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए भरतपुर Police ने एक बड़े फ्रॉड इन्वेस्टमेंट नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जिसने देश भर में 3 लाख से ज्‍यादा बेगुनाह इन्वेस्टर्स को ठगा. इससे उन्हें 3,500 करोड़ रुपए से ज्‍यादा का आर्थिक नुकसान हुआ.

एक अधिकारी ने बताया कि पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और काफी संपत्ति जब्त कर ली गई है.

उन्होंने बताया कि यह बड़ा ऑपरेशन भरतपुर के डिस्ट्रिक्ट सुपरिटेंडेंट ऑफ Police, दिगंत आनंद की सीधी देखरेख में बनी एक स्पेशल टीम ने किया, जिसका नेतृत्व सर्कल ऑफिसर पंकज यादव कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब 12 नवंबर को मथुरा गेट Police स्टेशन में एक केस दर्ज किया गया. इसमें आरोप लगाया गया कि एक नकली इन्वेस्टमेंट वेबसाइट, एक मोबाइल एप्लीकेशन के साथ, लोगों को ज्‍यादा रिटर्न, बोनस और इंसेंटिव का वादा करके क्रिप्टोकरेंसी और फॉरेक्स मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए लुभा रही थी.

अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला कि कंपनी सेबी, आरबीआई, एमसीए या India में किसी भी सक्षम रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ रजिस्टर्ड नहीं थी.

उन्होंने कहा कि हालांकि वेबसाइट ने दावा किया कि वह 2016 से रूस से काम कर रही है, लेकिन Police को पता चला कि नेटवर्क ने असल में नवंबर 2022 में jaipur में अपना काम शुरू किया था.

अधिकारी ने कहा कि संदीप सिगर और रजत शर्मा नाम के लोग इस धोखाधड़ी वाले काम को बनाने और उसके मैनेजमेंट के पीछे मुख्य लोग के तौर पर सामने आए.

वेबसाइट ने गलत तरीके से बताया कि उसके 4.7 मिलियन यूजर हैं और मैनेजमेंट के तहत 4.3 बिलियन डॉलर की संपत्ति है. उन्होंने कहा कि हालांकि, फिजिकल वेरिफिकेशन से पता चला कि यूजर बेस असल में लगभग 4.7 मिलियन था, लेकिन फ्रॉड से जमा किए गए असल डिपॉजिट की रकम 350 मिलियन रुपये (लगभग 3,100 करोड़ रुपए) थी.

उन्होंने आगे बताया कि यही ग्रुप एक और नकली इन्वेस्टमेंट वेबसाइट, पीवीपी डॉटकॉम भी चला रहा था, जिसके जरिए लगभग 9,000 यूजर्स से 58 मिलियन डॉलर (500 करोड़ रुपए से ज्‍यादा) की ठगी की गई.

उन्होंने कहा कि Police ने इस बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड के सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

उन्होंने कहा कि Police ने 40 लाख रुपए कैश, सोने की ज्वेलरी, पांच लग्जरी गाड़ियां और लगभग 40 लाख रुपए की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है. यह कार्रवाई इर्रेगुलर डिपॉजिट स्कीम्स प्रोहिबिशन एक्ट, 2019 की अलग-अलग धाराओं और बीएनएस के संबंधित प्रावधानों के तहत की गई है.

एएसएच/डीकेपी