राजस्थान: ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में व्यक्ति गिरफ्तार

जयपुर, 5 मार्च . राजस्थान के दौसा जिले की नांगल राजावतान पुलिस और साइबर सेल ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में विकास सैनी (19) को गिरफ्तार किया है.

आरोपी एक गिरोह का हिस्सा था जो सोशल मीडिया पर महिलाओं की कुर्तियों के फर्जी विज्ञापन शेयर करके पीड़ितों को धोखा देता था और उन्हें वित्तीय धोखाधड़ी में फंसाता था.

पुलिस ने उसके पास से एंड्रॉयड मोबाइल और दो सिम कार्ड जब्त किए हैं. शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी और उसके साथियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पांच बैंक खातों और चार मोबाइल वॉलेट में लाखों रुपये ट्रांसफर किए गए थे.

एसपी सागर राणा ने बताया कि साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, आईजी जयपुर रेंज अजयपाल लांबा के मार्गदर्शन में एडिशनल एसपी दिनेश कुमार अग्रवाल और सीओ चारुल गुप्ता की निगरानी में विशेष टीम का गठन किया गया तथा इसका नेतृत्व नांगल राजावतान पुलिस स्टेशन के एसएचओ हुसैन अली ने किया.

मंगलवार को साइबर अपराध समन्वय केंद्र (भारत सरकार) ने पुलिस को नांगल राजावतान में एक संदिग्ध मोबाइल नंबर के बारे में सचेत किया. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए एएसआई रघुराज सिंह, हेड कांस्टेबल लक्ष्मीकांत शर्मा, कांस्टेबल राम अवतार और कांस्टेबल रिंकू लाल की टीम ने खुफिया जानकारी एकत्र की और संदिग्ध की संलिप्तता की पुष्टि की.

साइबर सेल की तकनीकी सहायता से पुलिस ने खारिया की ढाणी से विकास सैनी को हिरासत में लिया. उसके मोबाइल व सिम कार्ड ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी में सक्रिय पाए गए. आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर इंस्टाग्राम पर महिलाओं की कुर्तियों की फर्जी तस्वीरें और वीडियो पोस्ट कर खरीददारों को लुभाया.

आरोपियों ने इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की कुर्तियों के लिए भ्रामक विज्ञापन पोस्ट किए. जब ​​पीड़ित रुचि दिखाते थे, तो उन्हें ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के लिए धोखा दिया जाता था. गिरोह ने भुगतान प्राप्त करने के लिए कई बैंक खातों और मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल किया. कई राज्यों में पीड़ितों से लाखों रुपये के लेन-देन का पता लगाया गया है.

भुगतान प्राप्त करने के बाद, गिरोह संचार बंद कर देता था. पुलिस अब घोटाले में इस्तेमाल किए गए पहचाने गए पांच बैंक खातों और चार मोबाइल वॉलेट की विस्तृत वित्तीय जांच कर रही है.

अधिकारियों को संदेह है कि देश भर में और भी पीड़ितों के साथ धोखाधड़ी की गई होगी. यह कार्रवाई एसएचओ हुसैन अली के नेतृत्व में एएसआई रघुराज सिंह, हेड कांस्टेबल लक्ष्मीकांत शर्मा, कांस्टेबल राम अवतार, रिंकू लाल, ड्राइवर हरि सिंह और सोनू कुमार के साथ साइबर सेल के दिनेश कुमार के तकनीकी सहयोग से की गई.

पुलिस ने लोगों से ऑनलाइन शॉपिंग धोखाधड़ी से सावधान रहने तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है.

एफजेड/