
New Delhi, 31 अक्टूबर . Political विश्लेषक और सलाहकार तहसीन पूनावाला ने Maharashtra नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राज ठाकरे की राजनीति अब एक ‘पेंडुलम’ की तरह हो गई है जो लगातार एक छोर से दूसरे छोर तक झूलता रहता है, लेकिन किसी दिशा में ठहर नहीं पाता है.
पूनावाला ने से बातचीत में कहा कि 2014 में राज ठाकरे ने Prime Minister Narendra Modi और भाजपा का समर्थन किया था. फिर 2019 में उन्होंने विपक्षी नेताओं और कांग्रेस का समर्थन किया. अब 2024 में, वह फिर से Prime Minister मोदी और भाजपा के पक्ष में खड़े हैं. यह उनका Political पेंडुलम है जो निरंतर झूलता रहता है.
उन्होंने कहा कि मनसे प्रमुख की Political जमीन अब पूरी तरह कमजोर हो चुकी है. पूनावाला ने कहा कि प्रदेश में जब Lok Sabha चुनाव के बीच असेंबली चुनाव हुए, तब उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई. यहां तक कि उनका बेटा भी अपनी सीट गंवा चुका है. अब राज ठाकरे का कोई Political महत्व नहीं रह गया है.
उन्होंने आगे कहा कि यह वही राज ठाकरे हैं जिन्होंने बिहार के प्रवासी मजदूरों को धमकाया और उनके खिलाफ हिंसा भड़काई थी. उन्होंने कोविड काल में कहा था कि मुसलमानों को गोली मार देनी चाहिए और मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की बातें कही थीं. ऐसे व्यक्ति का Political या नैतिक औचित्य ही नहीं बचा है.
बिहार विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में पूनावाला ने सवाल उठाया, “क्या बिहार के लोग चाहेंगे कि इंडिया महागठबंधन में राज ठाकरे जैसी पार्टी शामिल हो?” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “राज ठाकरे की पार्टी वो इंजन है, जिसे चलाने के लिए पीछे से धक्का लगाना पड़ता है.”
तहसीन पूनावाला ने यह भी कहा कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे, दोनों भाइयों का अब Maharashtra की राजनीति में कोई ठोस असर नहीं बचा है. दोनों सत्ता के लिए अलग हुए थे और सत्ता के लिए ही फिर एक होने की कोशिश कर रहे हैं. न तो इनमें विचारधारा बची है और न जनाधार. उनकी राजनीति अब सिर्फ सत्ता पाने की होड़ बनकर रह गई है.
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एएसएच/डीकेपी
