जितेंद्र सिंह के ‘बॉम्बे’ नाम वाले बयान पर राज ठाकरे का निशाना, बोले-यह मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश

Mumbai , 26 नवंबर . केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह पिछले दिनों आईआईटी बॉम्बे में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने आईआईटी बॉम्बे के नाम पर टिप्पणी की थी. Wednesday को Maharashtra नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने जितेंद्र सिंह के बयान पर निशाना साधा और उनके बयान को Maharashtra से Mumbai को अलग करने की साजिश बताया.

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “सेंट्रल साइंस और टेक्नोलॉजी मिनिस्टर डॉ. जितेंद्र सिंह ने Mumbai में एक आईआईटी इवेंट में कहा, ‘अच्छा हुआ कि उन्होंने आईआईटी के नाम में ‘बॉम्बे’ की जगह Mumbai नहीं किया.’ जितेंद्र सिंह का यह बयान साफ ​​तौर पर Government की सोच की निशानी लगता है. यह सोच क्या है? खैर, Mumbai , जो हमेशा से मराठी लोगों की रही है, को Maharashtra से अलग करने की साजिश को मराठी नेताओं और जनता ने नाकाम कर दिया और हमारा मराठी Mumbai Maharashtra में ही रहा. दशकों से उनके पेट में जो कड़वाहट भरी हुई थी, वह एक बार फिर बाहर निकलने लगी है.”

ठाकरे ने लिखा, “सच तो यह है कि जितेंद्र सिंह का न Mumbai से कोई कनेक्शन है, न Maharashtra से, न Gujarat से. वह जम्मू के रहने वाले हैं, लेकिन उनका मकसद टॉप लीडरशिप के मन की बात पढ़कर और उसी हिसाब से बोलकर उनकी तारीफ पाना है. इस मौके पर मेरी अपील सिर्फ Mumbai के लोगों से नहीं, बल्कि पूरे एमएमआर इलाके में रहने वाले सभी मराठी लोगों से है कि अब अपनी आंखें खोलने का समय आ गया है. ‘Mumbai ’ नाम उन्हें इसलिए परेशान करता है क्योंकि इसका नाम Mumbai की असली देवी मुंबादेवी के नाम पर रखा गया है—हमारी Mumbai . उनके सभी बच्चे मराठी लोग हैं जो पीढ़ियों से यहां रहते आए हैं. आप और आपका शहर उन्हें परेशान करते हैं.”

उन्होंने लिखा, “आज केंद्र Government ने चंडीगढ़ शहर को पंजाब के कंट्रोल से छीनने की कोशिश की. इसका सभी पार्टियों ने विरोध किया, इसलिए वे पीछे हट गए, लेकिन यह पीछे हटना सिर्फ कुछ समय के लिए है. Mumbai के मामले में भी कुछ ऐसा ही 100 प्रतिशत बन रहा है. उन्हें ‘Mumbai ’ नहीं चाहिए—उन्हें ‘बॉम्बे’ चाहिए. इसके जरिए, शहर पर चुपचाप कंट्रोल करने की कोशिश जरूर चल रही है. पहले Mumbai और फिर पूरे एमएमआर इलाके पर कब्जा करके Gujarat से जोड़ दिया जाएगा! तो जागो, मराठी लोगों. हम पहले से ही हर दिन देख रहे हैं कि कैसे सेंट्रल एजेंट, इंडस्ट्रियलिस्ट और ऐसे ही लोगों ने यहां सब कुछ कब्जा करना शुरू कर दिया है. अब समय आ गया है कि मराठी लोग यह समझें.”

एससीएच/वीसी