चंडीगढ़, 2 मई . हरियाणा के प्रशासनिक ढांचे में सोमवार को एक बड़ा बदलाव देखने को मिला. प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में अहम प्रशासनिक पुनर्गठन किया गया. इस बदलाव का सबसे प्रमुख चेहरा राज नेहरू बनकर उभरे, जिन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में नए विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किया गया है.
अब मुख्यमंत्री कार्यालय में दो ओएसडी कार्यरत होंगे. राज नेहरू को फ्यूचर डिपार्टमेंट, हायर एजुकेशन और यूथ इम्पावरमेंट तथा आंत्रप्रन्योरशिप जैसे तीन अत्यंत महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार सौंपा गया है.
राज नेहरू कोई नया नाम नहीं हैं. वह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बेहद करीबी माने जाते हैं. साल 2016 में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में नियुक्त हुए थे. कौशल विकास के क्षेत्र में उनका व्यापक अनुभव रहा है.
इस पुनर्गठन में एक और अहम बदलाव हुआ है. चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर, जो वर्षों से मुख्यमंत्री कार्यालय में सबसे ताकतवर नौकरशाह माने जाते रहे हैं, उनके अधीन विभागों की संख्या में कटौती की गई है. अब उनके पास पहले के 21 की जगह 16 विभाग ही रहेंगे. खुल्लर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समय से इस पद पर बने हुए हैं और नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने अपना स्थान बरकरार रखा है.
एचसीएस अधिकारी विवेक कालिया को जनसंवाद और सीएम विंडो जैसे जनसंपर्क और शिकायत निवारण से जुड़े अहम दायित्व सौंपे गए हैं. इसके अलावा, आईएएस अधिकारी अरुण कुमार गुप्ता को 11 विभाग मिले हैं, जिनमें सिविल एविएशन, जेल, ट्रांसपोर्ट, पर्यावरण और मुख्यमंत्री घोषणाओं की क्रियान्वयन इकाई शामिल है. आईएएस साकेत कुमार को नौ विभागों की जिम्मेदारी दी गई है, जिनमें कृषि, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास जैसे विभाग शामिल हैं. आईएएस यशपाल को आठ विभाग सौंपे गए हैं, जिनमें स्कूल शिक्षा, खेल और पर्यटन शामिल हैं. सुधांशु गौतम को छह विभाग मिले हैं, जबकि राकेश संधु को सीएम विंडो और शिकायत निवारण जैसे जिम्मेदारी वाले कार्य दिए गए हैं.
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पीएसके/एकेजे