नोएडा, 31 जुलाई . दिल्ली-एनसीआर में बारिश ने एक तरफ गर्मी से लोगों को निजात दिलाई है तो दूसरी तरफ वायु गुणवत्ता में भी ऐतिहासिक सुधार देखने को मिल रहा है. दिल्ली के कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर एक्यूआई 50 के नीचे है, यानी की “अति उत्तम” श्रेणी में इसे गिना जा रहा है.
वहीं, दूसरी ओर जलभराव और ट्रैफिक की समस्या नगर निगमों और प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बनी हुई है. घरों से निकलने वाले लोग घंटे तक जाम में फंसने के कारण अपने गंतव्य तक सही समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. बारिश ने न केवल लोगों को गर्मी से राहत दी है, बल्कि प्रदूषण के स्तर को भी काफी हद तक कम कर दिया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई को कई निगरानी स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 50 से नीचे दर्ज किया गया है. दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों की बात करें तो अलीपुर (28), मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम (38), बवाना (36), नरेला और नेहरू नगर (दोनों 48), इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद (31), और नोएडा सेक्टर-62 व सेक्टर-1 (34) जैसे स्थानों की हवा बेहद स्वच्छ श्रेणी में आ गई है.
यह स्तर कई बार पहाड़ी क्षेत्रों की हवा के स्तर से भी बेहतर माना जाता है. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में 31 जुलाई से 5 अगस्त तक लगातार बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. 1 से 3 अगस्त तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश की भी संभावना जताई गई है. अगले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान 34–35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24–26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, वहीं ह्यूमिडिटी 95 प्रतिशत तक पहुंच सकती है.
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सड़कों पर लंबा जाम लगा है और आवागमन बाधित हुआ है, जिससे दफ्तर जाने वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है.
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पीकेटी/केआर