मुरादाबाद, 2 जुलाई . लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के हिंदुत्व पर दिए बयान से बवाल मच गया है. भाजपा नेता उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुई माफी की मांग कर रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर धर्म गुरुओं की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है.
भारतीय सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कशिश वारसी ने राहुल गांधी के बयान को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि, आज देश आज़ादी के बाद नई सांस ले रहा है. केंद्र सरकार ने पुराने कानून खत्म करके नए कानून बनाए हैं. इससे देश की जनता को जल्दी न्याय मिलेगा. ऐसे समय पर राहुल गांधी का धर्म पर दिया गया बयान बेहद अफसोसजनक है.
सियासतदारों को कोई भी बयान बेहद सोच-समझ कर देना चाहिए. किसी भी एक इंसान की गलती को पूरे मजहब से नहीं जोड़ना चाहिए. यह पूरे धर्म का गुनाह नहीं, बल्कि उसका व्यक्तिगत गुनाह है.
अगर कोई व्यक्ति ऐसी गलती करता है, तो उसकी पूरी पार्टी को इसका गुनहगार नहीं बनाया जाना चाहिए. मुझे ऐसे बयानों पर बेहद अफसोस होता है. राहुल गांधी समेत किसी भी नेता को ऐसे बयानों से बचना चाहिए. हिंसा को किसी एक धर्म से जोड़ देने से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं.
गौरतलब है कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में सोमवार को हिंदुत्व पर बयान दिया था. उन्होंने कहा कि, जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते रहते हैं. राहुल गांधी ने कहा था कि, पीएम मोदी, भाजपा और आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है.
राहुल गांधी के इस बयान पर बवाल मच गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे बेहद गंभीर बताया. गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेताओं ने संसद में उनसे माफी मांगने की मांग की है.
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