राहुल गांधी का बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना पर गहरा आघात : धर्मेंद्र प्रधान

New Delhi, 29 अक्टूबर . केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर छठ महापर्व और Prime Minister Narendra Modi के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की.

धर्मेंद्र प्रधान ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि राहुल गांधी का बिहार में दिया गया बयान ‘करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना पर गहरा आघात’ है और यह ‘सनातन संस्कृति के प्रति उनकी घृणा’ को दर्शाता है. उन्होंने इसे कांग्रेस की पीएम मोदी के प्रति ‘गहरी नफरत और हताशा’ का प्रमाण बताया.

धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, “राहुल गांधी ने अपनी सामंतवादी सोच, Political कुंठा और पराजय के भय से ग्रसित होकर ये बयानबाजी की है.”

उन्होंने याद दिलाया कि यही मानसिकता पहले भी पीएम मोदी के प्रति ‘अमर्यादित वक्तव्य’ देती रही है.

मंत्री ने राहुल, तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर ‘जंगलराज को बढ़ावा देने’ और ‘बिहार के गरीब, किसान, महिला और युवाओं की आकांक्षाओं को रौंदने’ का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ये नेता ‘हार की बौखलाहट’ में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि ‘बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है, न कि परिवारवाद और नफरत की राजनीति.’

उन्होंने राहुल गांधी से ‘छठ महापर्व और Prime Minister को लेकर अपने अपमानजनक व मर्यादाओं की सारी सीमाएं लांघने वाले बयान’ के लिए बिहार और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की. प्रधान ने कहा, “छठ सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है. इसे अपमानित करना अस्वीकार्य है.”

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने एक सभा में कटाक्ष करते हुए कहा था कि ‘छठ में सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है, लेकिन कुछ लोग तो सूर्य को ही चुरा लेना चाहते हैं.’

उन्होंने पीएम मोदी पर परिवारवाद और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए. राहुल ने तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि ‘बिहार को जंगलराज से बचाना है, तो एनडीए को हराना होगा.’

एससीएच/एबीएम