नई दिल्ली, 3 फरवरी . लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन के डेटा पर सवाल खड़े किए.
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि संसद ने वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने को लेकर कानून बनाया है. मुझे लगता है कि उन्होंने जो बयान दिया है, वह अज्ञानता के कारण दिया गया है, क्योंकि उन्होंने कानून को नहीं देखा है. कानून में सभी प्रावधान हैं. आपको लगता है कि यह गलत है, तो आप आपत्ति कर सकते हैं. यहां सवाल उठाना यह दर्शाता है कि उन्हें कानून की जानकारी नहीं है.
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि जब वे हारें तो उन्हें जनता द्वारा दिए गए जनादेश को गर्व के साथ स्वीकार करना चाहिए. वे इसे कभी स्वीकार नहीं करते. ये कभी नहीं सुधरेंगे. वो केवल भाजपा पर आरोप लगाना जानते है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के बारे में क्या कहा?
राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के बारे में ममता बनर्जी की क्या सोच है, ये जगजाहिर है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सपोर्ट कर रहे हैं. कांग्रेस को देश की जनता ने खारिज कर दिया है. वहीं, इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल उनकी मौजूदगी को नकार रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस देश की सियासत में अप्रासंगिक हो गई है.
राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए कहा, “मैं इस सदन के ध्यान में महाराष्ट्र चुनावों के बारे में कुछ आंकड़ों और जानकारी को लाना चाहता हूं. लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच करीब 70 लाख नए मतदाता अचानक आ गए. हम चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि कृपया हमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव के सभी मतदाताओं के नाम, पते और मतदाता केंद्र की जानकारी दें, ताकि हम गणना कर सकें कि ये नए मतदाता कौन हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि चुनाव आयोग हमें यह जानकारी देगा.”
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एकेएस/