राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोप निराधार : प्रेम शुक्ला

वाराणसी, 18 सितंबर . Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने Thursday को वोट चोरी के मुद्दे पर दूसरी बार प्रेस वार्ता की. उन्होंने वोटर लिस्‍ट में कथित फर्जीवाड़े को लेकर नया दावा किया है. इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने पलटवार किया. उन्‍होंने कहा कि दावे पूरी तरह से निराधार हैं. चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत बताया है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, “राहुल गांधी लगातार निराधार आरोप लगाते हैं, और आज चुनाव आयोग ने एक ट्वीट के माध्यम से स्पष्ट किया है कि राहुल गांधी के दावे पूरी तरह से निराधार हैं. कोई भी व्‍यक्ति किसी अन्‍य के नाम को मतदाता सूची से डिलीट नहीं कर सकता है. कर्नाटक में इस तरह का जो प्रयास हुआ था,उसका First Information Report 2022-23 में खुद चुनाव आयोग ने किया है. कर्नाटक Government उस First Information Report की जांच क्‍यों नहीं करती? राहुल गांधी वहां की Government को निर्देश क्‍यों नहीं देते.

उन्‍होंने कहा कि राहुल गांधी देश की संवैधानिक व्‍यवस्‍था पर अविश्‍वास पैदा करने के सोरोस गिरोह के षड्यंत्र का एक अंग हैं. उनकी झूठ हर बार बेनकाब होती है. उन्‍होंने वाराणसी का संदर्भ देते हुए बताया कि एक आश्रम में उनके शिष्‍यों का नाम शामिल था. उन्‍होंने कहा कि एक ही व्‍यक्ति के 250 बच्‍चे कैसे हो गए.

प्रेम शुक्ला ने कहा राहुल गांधी की बातों दम नहीं है. वास्‍तविकता यह है कि उनकी फुलझड़ी चलाने की हिम्‍मत नहीं है. नेता प्रतिपक्ष को ‘एलओपी’ कहा जाता था, लेकिन राहुल गांधी ‘एलओबी’ हो गए हैं, एलओबी का मतलब लीडर अपोजिंग भारत. वह विपक्ष के नेता नहीं हैं, India विरोधी नेता साबित हो जाने पर तुले हैं.

वहीं, शिवसेना शिंदे गुट के नेता और Maharashtra के मंत्री भरत गोगावले ने वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आलोचना की. उन्‍होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने किस तरह का काम किया है यह जनता जानती है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है तो चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से नकार दिया और आधारहीन बताया है. चुनाव आयोग अपना काम सही तरीके से कर रही है. अगर किसी का वोट कटा है तो वह अपील करेगा. किसी व्‍यक्ति का नाम दो बार सूची में होने पर उसका नाम काटा जाएगा. कोई मर गया हो तो उसका नाम सूची से हटाया जा रहा है.

एएसएच/जीकेटी