नई दिल्ली, 17 जून . प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनावी राजनीति का आगाज कर दिया है. केरल की वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. उनके भाई राहुल गांधी ने वायनाड की जगह रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का फैसला किया है.
कांग्रेस-सपा के लोकसभा चुनाव में कामयाबी से उत्साहित राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में ही अपनी पार्टी की सियासी जमीन को और मजबूत करने के मकसद से यह फैसला किया है. वहीं, राहुल गांधी ने वायनाड की जनता से भी जुड़े होने का संदेश देने के मकसद से अपनी बहन प्रियंका को वहां से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया है.
चुनाव लड़ने को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि वह इस निर्णय से काफी प्रसन्न हैं. वह मेहनत के साथ वायनाड के लोगों के लिए काम करेंगी. रायबरेली को लेकर उन्होंने कहा कि रायबरेली के साथ मेरा काफी पुराना रिश्ता है. मैं 20 सालों से रायबरेली में काम कर रही हूं. यह रिश्ता कभी टूट नहीं सकता, मैं अपने भाई के साथ रायबरेली में भी मौजूद रहूंगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार शाम इस बात की आधिकारिक घोषणा की कि केरल की वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा उपचुनाव लड़ेंगी. प्रियंका का यह पहला चुनाव है, यदि वह चुनाव जीतती हैं, तो वह पहली बार लोकसभा पहुंचेगी. लोकसभा में राहुल और प्रियंका एक साथ दिखाई दे सकते हैं.
प्रियंका के चुनाव लड़ने की जानकारी देने के लिए राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका तीनों एक साथ सामने आए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रायबरेली और वायनाड दोनों में से एक सीट चुनना राहुल गांधी के लिए काफी कठिन था, क्योंकि दोनों ही सीटों से उनका गहरा जुड़ाव है. लेकिन, नियमों की बाध्यता को देखते हुए राहुल गांधी ने एक सीट छोड़ने का निर्णय लिया है और वह वायनाड सीट छोड़ रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. खड़गे का कहना था कि प्रियंका ने यूपी में बेहतरीन कार्य किया है और इससे पहले उन्होंने यूपी में नारा भी दिया था, ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ और अब यह लड़की केरल के वायनाड में चुनाव लड़ेगी.
अपने इस निर्णय पर राहुल गांधी ने कहा कि वह पिछले पांच साल से वायानाड के सांसद हैं. यहां सभी ने उन्हें बहुत प्रेम दिया. वायनाड से प्रियंका चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन वह खुद भी वायनाड आते रहेंगे. वायनाड की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें वह जरूर पूरा करेंगे. अब वायनाड को एक तरह से दो प्रतिनिधि मिल रहे हैं, एक प्रियंका और दूसरा मैं.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिनमें वायनाड और रायबरेली भी शामिल हैं.
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जीसीबी/एबीएम