New Delhi, 18 सितंबर . कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ‘एक्स’ पोस्ट में देश के युवाओं, खासकर जेन-जी यानी नई पीढ़ी की तारीफ करते हुए उन्हें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने वाला असली ‘विंगार्ड’ बताया है.
राहुल गांधी का यह संदेश तब आया है जब नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों में छात्रों और युवाओं के आंदोलनों ने Governmentों को पीछे हटने पर मजबूर किया है.
वहीं दूसरी तरफ, पूरे दक्षिण एशिया में युवाओं के नेतृत्व में आंदोलनों की लहर देखी जा रही है. इसके साथ ही, यह संदेश 2025 और 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले युवाओं से जुड़ने की उनकी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
उन्होंने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “देश का युवा, देश का छात्र, जेन-जी संविधान को बचाएगा, लोकतंत्र की रक्षा करेगा और वोट चोरी को रोकेगा. मैं हमेशा उनके साथ हूं.”
Lok Sabha में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ‘संविधान बचाने’ और ‘वोट चोरी रोकने’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर युवाओं के बीच सक्रिय हो रही नागरिक जिम्मेदारियों की भावना को उभार रहे हैं.
Political विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ एक भावनात्मक संदेश नहीं, बल्कि कांग्रेस की ओर से एक रणनीतिक दांव है.
राहुल गांधी के इस ‘एक्स’ पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए BJP MP निशिकांत दुबे ने कहा, जेन-जी परिवारवाद के खिलाफ है. वह पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी को क्यों बर्दाश्त करेगा?”
उन्होंने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट में आगे लिखा, “वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है, वह आपको क्यों नहीं भगाएगा? वह बांग्लादेश में इस्लामिक राष्ट्र तथा नेपाल में हिंदू राष्ट्र बनाना चाहता है, वह India को हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं बनाएगा? देश छोड़ने की आप करो तैयारी आ रहे हैं….”
जेन-जी, जो अब बड़ी संख्या में पहली बार वोट डालने जा रही है, 2025 और 2026 के विधानसभा चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकती है.
कांग्रेस समर्थकों ने राहुल गांधी के बयान को युवाओं को सक्रिय राजनीति से जोड़ने वाला ‘संकल्प संदेश’ बताया है. वहीं आलोचकों ने इसे महज ‘Political बयानबाजी’ करार दिया और कांग्रेस की अब तक की युवा नीति पर सवाल उठाए हैं. इस पोस्ट ने social media पर हलचल मचा दी है और ‘जेनजीफॉरडेमोक्रेशी’ जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे.
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वीकेयू/डीएससी