राहुल गांधी को विदेश में दिए बयान के कारण कार्यकर्ताओं से माफी मांगनी चाहिए : जेडीयू नेता नीरज कुमार

पटना, 14 अक्टूबर . जेडीयू नेता नीरज कुमार ने सोमवार को से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के महाराष्ट्र दौरे के साथ ही किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के बयानों पर प्रतिक्रिया दी है.

राहुल गांधी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, “राजनीतिक दलों को निश्चित रूप से एक साथ आना चाहिए और राहुल गांधी से मिलना चाहिए. उन्होंने विदेश में देश के आंतरिक मामले, आतंकवाद के मुद्दे पर जो भी राय दी है. वह उन्होंने अपने पूर्वजों राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की परंपरा के खिलाफ दी है. हम उम्मीद करते हैं कि जब कार्यकर्ताओं से मिलेंगे तो वह माफी मांगेंगे.”

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के बयान, उन्होंने हरियाणा में कांग्रेस के लिए माहौल बनाया लेकिन पार्टी ने फायदा नहीं उठाया, पर नीरज कुमार ने कहा, “किसान नेता का यह बयान किसान आंदोलन के लिए चिंता का विषय है. किसान आंदोलन के दौरान कई किसानों ने अपनी कुर्बानी दी. केंद्र सरकार ने पूरे मामले को देखते हुए तीन कृषि कानून वापस लिए. अब कोई यह दावा कर रहा हो कि वह किसान आंदोलन किसी दल के हित में कर रहे थे तो वह किसान आंदोलन के साथ राजनीतिक विश्वासघात था.”

उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन किसानों की मांग के लिए था. किसी को सत्ता दिलाने और सत्ता से हटाने के लिए यह आंदोलन नहीं था. किसान नेता के बयान से यह बात स्पष्ट होती है कि किसान आंदोलन के पीछे कुछ ऐसे लोग सक्रिय थे जिनकी राजनीतिक मंशा थी.

बता दें कि किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने 13 अक्टूबर को को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए थे. चढूनी ने कहा था, वह कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मांग करेंगे कि हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष की भूमिका नहीं दी जाए. इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की कमान प्रियंका गांधी को दी जानी चाहिए.

डीकेएम/एएस