राहुल गांधी ने अमेरिका में परोसा झूठ, वह देश विरोधी होने का दे रहे परिचय : मनोज तिवारी

नई दिल्ली, 10 सितंबर . अमेरिका में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से दिये गए बयान के बाद भाजपा हमलावर है. भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि राहुल गांधी एक बहुत बड़े नुकीले फावड़े से भारत माता की छाती पर वार कर रहे हैं. भगवान न करें, ऐसा नेता किसी देश को मिले. वह देश के बाहर जाकर जाकर और भारत की जितनी बदनामी और बुराई कर सकते हैं, कर रहे हैं. इस यात्रा में जो उन्होंने भारत के प्रति जो झूठ परोसा है, वह सौ फीसद गलत है.

मनोज त‍िवारी ने कहा, भारत से ज्यादा भयमुक्त वातावरण शायद ही आपको कहीं मिले. आप अगल बगल भी देख लें. पाकिस्तान और बांग्लादेश हमारे सामने मिसाल हैं. दुनिया में रूस और यूक्रेन को देख लें, श्रीलंका को देख लें. सबसे सुरक्षित वातावरण भारत में है.

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब लोकसभा चुनाव में 99 सीटों पर जीत दर्ज किये थे, तब वह फूले नहीं समा रहे थे. अब अमेरिका में जाकर वो न जानें किस भय की बात कर रहे हैं. कभी-कभी ऐसा होता है कि राज परिवार में पैदा हुआ व्यक्ति सत्ता से अलग होता है, तो वह छटपटाने लगता है. ऐसा ही कुछ राहुल गांधी के साथ है.

उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी अमेरिका में जाकर आरक्षण हटाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने आरक्षण समाप्त करने की बात कही है. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को जीते जी बार बार हराने वाली पार्टी के वर्तमान नेता राहुल गांधी का यह नया स्वरूप है. वो केवल झूठ परोस रहे हैं कि सिखों को पर यहां बहुत सारी पाबंदियां हैं. मैं समझता हूं राहुल गांधी अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं और देश विरोधी होने का परिचय दे रहे हैं.

मनोज त‍िवारी ने कहा, राहुल गांधी भारत माता की छाती पर कुठाराघात कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कामों को देश का बच्चा-बच्चा जानता है. देश की सुरक्षा और उसके संवर्धन के लिए संघ के कार्यकर्ता सक्रिय हैं. वायनाड में जो आपदा आई थी, उस दौरान संघ के कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर राहत व बचाव का कार्य किया.

दरअसल अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया. जब उनसे पूछा गया था कि देश में जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा? इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्षता होगी, फिलहाल देश में ऐसी स्थिति नहीं है.

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