राहुल गांधी को संवैधानिक पद की गरिमा का ख्याल नहीं, उनके बयान अपरिपक्व : रोहन गुप्ता

New Delhi, 2 अगस्त . Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की पूर्व Union Minister और दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली पर की गई टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा के वरिष्ठ नेता रोहन गुप्ता ने राहुल गांधी पर संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने और भ्रामक बयानबाजी का आरोप लगाया है.

रोहन गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी झूठे और असत्य बयानों के जरिए राजनीति में शुचिता को नजरअंदाज कर रहे हैं. एक स्वर्गवासी व्यक्ति का नाम लेकर आप भ्रामक, मिथ्या और असत्य बयानबाजी कर रहे हैं. राहुल गांधी, आप संवैधानिक पद पर हैं. आपको राजनीति में थोड़ी बहुत सुचिता तो बरतनी चाहिए. स्वर्गीय अरुण जेटली जी के नाम का इस्तेमाल कर आप गलत बयान दे रहे हैं. जेटली जी का परिवार भी आपके बयानों को गलत बता रहा है. 2020 के कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए आप भूल रहे हैं कि अरुण जेटली का स्वर्गवास उससे पहले हो चुका था. फिर आप ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं?”

रोहन गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी से मैं बार-बार अपील करूंगा कि वे संवैधानिक पद की गरिमा का सम्मान करें और भ्रामक बयानबाजी से बचें.

रोहन गुप्ता ने राहुल गांधी के दावों, जैसे “राफेल डील के खिलाफ दस्तावेज” और “हाइड्रोजन बम” जैसे बयानों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “राहुल गांधी सात साल से कह रहे हैं कि उनके पास दस्तावेज हैं, कभी हाइड्रोजन बम की बात करते हैं, कभी न्यूक्लियर बम की. अगर आपके पास एटॉमिक बम है, तो एटॉमिक एनर्जी कमीशन को बताइए. एटॉमिक बम एक व्यक्ति के पास कैसे आ गया. हम तो एटॉमिक बम राष्ट्रों के पास होने की बात सुनते थे. आप अपने जेब में एटम बम लेकर घूम रहे हैं. राहुल गांधी की ऐसी बयानबाजी में कोई गंभीरता नहीं रहती.”

भाजपा नेता ने राहुल गांधी पर देश विरोधी बयान देने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “जो व्यक्ति भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘मृत’ बता सकता है, उसे दूसरों को ‘मृत’ कहने का अधिकार नहीं है. राहुल गांधी जहां भी India विरोधी बातें होती हैं, वहां हां में हां मिलाते हैं. यह पॉलिटिकली गलत और अपरिपक्व है.”

रोहन गुप्ता ने दावा किया कि जब भी सीबीआई या ईडी गांधी परिवार को तलब करती है, राहुल गांधी ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हैं.

उन्होंने कहा, “राहुल गांधी India विरोधी गतिविधियों का पर्याय बन चुके हैं. उनकी बयानबाजी देश के खिलाफ है. Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में देश 2047 तक विकसित India के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, जबकि कांग्रेस और Samajwadi Party जैसे दल तुष्टिकरण की राजनीति में उलझे हुए हैं.”

रोहन गुप्ता ने संसद में हाल के एक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा, “जब गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम हमले के आतंकियों को सेना द्वारा मार गिराए जाने की बात कही, तो Samajwadi Party के नेता अखिलेश यादव नाराज हो गए. यह तुष्टिकरण की राजनीति का उदाहरण है. देश अब तुष्टिकरण की राजनीति को पीछे छोड़ चुका है और पीएम मोदी के नेतृत्व में वैश्विक मंच पर अपनी बात रख रहा है.”

एकेएस/एएस