राहुल गांधी ने तोड़ा कानून, उन्हें जेल भेजा जाए : दिलीप जायसवाल

पटना, 16 मई . बिहार के दरभंगा स्थित अंबेडकर छात्रावास में बिना अनुमति कार्यक्रम करने को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तल्ख टिप्पणी की.

पटना में शुक्रवार को समाचार एजेंसी से बात करते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार की धरती पर आकर कानून तोड़ने का प्रयास किया. उन्होंने बिना किसी अनुमति के एक सरकारी हॉस्टल में जाकर राजनीतिक कार्यक्रम किया. ऐसे में एफआईआर दर्ज होना स्वाभाविक है. राहुल गांधी कोई देवता नहीं हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई न हो. उन्हें तो सीधे जेल भेजा जाना चाहिए.

दिलीप जायसवाल ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कानून के खिलाफ जाकर सरकारी इमारतों में राजनीतिक गतिविधियां कर रहे हैं और ऐसा करके उन्हें जनता की सहानुभूति मिलने का भ्रम है.

जायसवाल ने आगे कहा कि राहुल गांधी को लगता है कि अगर उन पर केस होगा तो जनता की सहानुभूति मिलेगी. वह गलतफहमी में हैं. बिहार भगवान बुद्ध की धरती है, महावीर की धरती है, चाणक्य की धरती है और यही वह भूमि है जहां लोकनायक जयप्रकाश नारायण और बाबू कुंवर सिंह जैसे महापुरुषों ने जन्म लिया. बिहार के लोग इतने भोले नहीं हैं कि कोई उन्हें बेवकूफ बना सके.

इससे पहले, राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा था कि राहुल गांधी अपने पूर्वजों की गलतियों के प्रायश्चित के लिए आए हैं. बिहार में ही मुक्ति मिलती है. मोक्ष यहीं प्राप्त होता है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी दलितों के पास जाकर माफी मांग रहे हैं कि 65 साल कांग्रेस सत्ता पर काबिज रही, लेकिन दलित भाइयों के हालात नहीं सुधरे. कांग्रेस ने कभी दलितों को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया. राहुल गांधी इस बात के लिए भी अंबेडकर छात्रावास गए कि बाबा साहेब को जो कांग्रेस ने अपमानित किया था, उसके लिए प्रायश्चित कर सकें.

पीएसके/जीकेटी