Bhopal , 2 सितंबर . बिहार में कांग्रेस की वोट अधिकार यात्रा के दौरान Prime Minister Narendra Modi की स्वर्गवासी मां को लेकर कहे गए अपशब्दों की हर तरफ निंदा हो रही है. Madhya Pradesh सरकार के युवा व खेल कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को देश और Prime Minister Narendra Modi से माफी मांगनी चाहिए.
राज्य के मंत्री सारंग ने कहा है कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने देश की मान्यताओं और परंपराओं को तार-तार किया है. राहुल गांधी संविधान की बहुत बात करते हैं और देश की जनता को गुमराह करने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं. उसी यात्रा के मंच से देश के निर्वाचित Prime Minister Narendra Modi की मां, जो स्वर्गवासी हैं, पर अपमानजनक टिप्पणी की जाती है. इस घटना को तीन-चार दिन हो गए हैं, मगर राहुल गांधी ने खंडन नहीं किया. उन्हें सामने आकर देश और Prime Minister से माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि Narendra Modi किसी के रहमोकरम पर Prime Minister नहीं है, मगर कांग्रेस को लगता है कि गरीब का बेटा, पिछड़ा वर्ग का बेटा और एक चाय बेचने वाला Prime Minister कैसे बन सकता है. वे तो यही चाहते हैं कि नेहरू परिवार राज करे और सत्ता में आए. यही उनकी अभिलाषा है. वहीं राज्य के पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने कहा है कि कांग्रेस के मंच से जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह बहुत निंदनीय है. जो व्यक्ति राजनीति से जुड़ा नहीं है, उसे क्यों जोड़ा जा रहा है? जो भी कहना है, वह सामने आकर कहना चाहिए. कांग्रेस की जो परंपरा है, वही सामने आई है.
Union Minister ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया को Madhya Pradesh क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया है. इस पर कांग्रेस सवाल उठा रही है. कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री सारंग ने कहा है कि कांग्रेस हर मुद्दे पर राजनीति करती है. एक युवा आगे बढ़ रहा है, इसमें खुशी होनी चाहिए. यह कोई राजनीतिक मंच नहीं है, वे Madhya Pradesh क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने है, वे क्रिकेट में काम कर रहे हैं. गांव और कस्बे के बच्चों को वे प्रोत्साहित कर रहे हैं.
राजनीति में परिवारवाद की चर्चा और गांधी परिवार पर हमला करते हुए सारंग ने कहा, “राजनीति में परिवारवाद की शुरुआत तो कांग्रेस ने की थी. सवाल यह है कि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल व प्रियंका कौन हैं? वे परिवारवाद के कारण सांसद बन गए. राहुल गांधी तो पंच और सरपंच का तक चुनाव नहीं जीत पाएंगे. प्रियंका को राजनीति की एबीसीडी नहीं आती और वे सांसद बन गई, परिवारवाद तो यह होता है.
–
एसएनपी/एएस