New Delhi, 9 जुलाई . Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर राजनीति तेज हो गई है. केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के अन्य नेताओं को विदेशी मतदाताओं से गहरा लगाव है.
से बातचीत के दौरान सतीश चंद्र दुबे ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, “मैं पूछता हूं कि उनकी नजर में सही क्या है? अगर वे किसी राज्य में चुनाव हार जाते हैं, तो अनियमितताओं के लिए चुनाव आयोग को दोषी ठहराते हैं, लेकिन अगर वे जीत जाते हैं, तो वे आयोग पर बिल्कुल भी सवाल नहीं उठाते हैं. तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के अन्य नेताओं को विदेशी मतदाताओं से गहरा लगाव है. यह भी कहा जा सकता है कि उनका विशेष रूप से ‘रोहिंग्या’ मतदाताओं से जुड़ाव है. इसलिए उन्हें अपने ही देश के मतदाताओं पर भरोसा नहीं रहा है.”
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग का कहना है कि अगर कोई नया वोट लिस्ट में जोड़ा जा रहा है तो पूर्व में उनके माता-पिता का वोटर लिस्ट में नाम होना चाहिए. उनके पास दस्तावेज होने चाहिए, लेकिन कहीं न कहीं ममता बनर्जी ने बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते देश में रोहिंग्याओं को भरने का काम किया है. ये विपक्ष का वोट बैंक है और इसलिए उनकी परेशानी बढ़ रही है. इसी कारण विपक्षी दल चुनाव आयोग का विरोध कर रहे हैं. मुझे लगता है कि बिहार की जनता मन बना चुकी है. उन्हें राज्य में विकासतंत्र चाहिए न कि जंगलराज.”
क्या मुस्लिम वोट बैंक को मजबूत और एकजुट करने के लिए बिहार बंद किया जा रहा है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, “बंगाल के रास्ते बिहार और देश के अन्य राज्यों में रोहिंग्याओं ने पनाह ली है. इसलिए ऐसे लोगों का नाम लिस्ट से हटाया जा रहा है. जब उनके पूर्वज यहां रहे ही नहीं हैं तो विपक्ष क्यों परेशान है?”
बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के आरोपों पर भी उन्होंने पलटवार किया. उन्होंने कहा, “बिहार में पहले एक प्लानिंग के तहत घटनाएं घटित होती थीं, लेकिन अब अपराध करने वालों को पकड़ा जा रहा है. बिहार में Tuesday को एक एनकाउंटर भी हुआ है. मैं इतना ही कहूंगा कि बिहार के अंदर कोई भी अमन-चैन के माहौल को रोकने का काम करेगा, उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई होगी.”
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एफएम/एबीएम