राहुल गांधी, अखिलेश यादव और उद्धव ठाकरे मानते हैं औरंगजेब को देश का प्रतिनिधि : प्रदीप भंडारी

नई दिल्ली, 22 मार्च . उत्तर प्रदेश के आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने शनिवार को कहा कि भाजपा शिवाजी महाराज को देश की संस्कृति का प्रतीक मानती है, जबकि विपक्ष के नेता औरंगजेब को देश का प्रतिनिधि मानते हैं.

प्रदीप भंडारी ने से बात करते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्रपति संभाजी महाराज और छत्रपति शिवाजी महाराज को इस देश की संस्कृति का प्रतीक मानती है. हालांकि, (लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष) राहुल गांधी, (समाजवादी पार्टी के प्रमुख) अखिलेश यादव और (शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष) उद्धव ठाकरे समेत विपक्ष के नेता औरंगजेब को भारत का प्रतिनिधि मानते हैं. आज यह स्पष्ट हो चुका है कि जब से अबू आजमी ने औरंगजेब का महिमामंडन शुरू किया है, इस मुद्दे पर न तो अखिलेश यादव, न ही राहुल गांधी और न ही उद्धव ठाकरे ने कुछ कहा है. आज ‘इंडिया अलायंस’ हिंदुओं के लिए तालिबानी शब्द का इस्तेमाल करती है. इस बात से यही स्पष्ट होता है कि उनकी हर नीति औरंगजेब से प्रभावित है, जबकि भाजपा की नीति में छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रभाव दिखाई देता है.”

उन्होंने कहा, “गुलामों की हर मानसिकता को भारत से मिटाना है. जब अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारा था तो उन्होंने कोई स्पेशल कब्र नहीं बनाई बल्कि उसे समुद्र में दफनाया था. मैं देश में तुष्टिकरण करने वाले उन नेताओं से पूछना चाहता हूं, जो औरंगजेब का राग अलाप रहे हैं, वे छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगने के फैसले का स्वागत क्यों नहीं कर रहे हैं? क्योंकि वे मानते हैं कि उनका (विपक्ष का) आदर्श औरंगजेब है, न कि छत्रपति शिवाजी महाराज. इसी तुष्टिकरण के खिलाफ महाराष्ट्र और देश खड़ा हुआ है और आगे भी खड़ा रहेगा.”

कर्नाटक सरकार द्वारा मुस्लिम ठेकेदारों को चार फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी औरंगजेब की मानसिकता वाली है, क्योंकि मुसलमानों को आरक्षण देकर यह स्पष्ट कर रही है कि वह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान में विश्वास नहीं करती है. कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि मुसलमानों का संसाधनों पर पहला अधिकार होना चाहिए. वह (कांग्रेस) पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि उनका शरियत और औरंगजेब में विश्वास है, न कि बाबा साहेब के संविधान में.

उन्होंने कहा, “इससे यह भी स्पष्ट होता है कि एक तरफ कांग्रेस पार्टी के नेता और उनके अलायंस पार्टनर के नेता हिंदुओं को गाली देते हैं. सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और एड्स बोलते हैं. यही नहीं, मंदिर को छेड़छाड़ वाली जगह बताते हैं जबकि दूसरी तरफ मुसलमान ठेकेदारों को आरक्षण देते हैं. कांग्रेस पार्टी को यह याद होना चाहिए कि भारत बाबा साहेब के दिए संविधान से चलने वाला मुल्क है, न कि एक इस्लामिक राज्य. हम कर्नाटक सरकार के फैसले को अदालत में भी चुनौती देंगे और आने वाले समय में इस देश का सनातनी समाज मुंहतोड़ जवाब देगा.”

एफएम/एकेजे