नागपुर, 20 फरवरी . विदर्भ के बल्लेबाज यश राठौड़ ने 151 रनों की पारी खेलते हुए इस सीजन का पांचवां शतक जड़कर मुंबई के सामने फाइनल में प्रवेश करने के लिए 406 रनों का लक्ष्य रख दिया. रणजी में अब तक सबसे सफल चेज 378 रनों का है जिसे पिछले सीजन रेलवेज ने त्रिपुरा के खिलाफ हासिल किया था.
हालांकि मुंबई के लिए यह लक्ष्य अब और कठिन हो गया क्योंकि चौथे दिन के खेल की समाप्ति के बाद मुंबई के 73 पर तीन विकेट गिर चुके हैं और कप्तान अजिंक्य रहाणे भी अंतिम आधे घंटे में आउट हो गए. रहाणे के आउट होने के बाद पहली पारी के शतकवीर का साथ देने के लिए सूर्यकुमार यादव के बजाय शिवम दुबे मैदान में आए. इस बात को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई कि सूर्यकुमार को चोट है या नहीं क्योंकि वह विदर्भ की पूरी पारी के दौरान फील्ड पर दिखाई नहीं दिए.
मुंबई के सभी तीन विकेट बाएं हाथ के स्पिनरों ने चटकाए. पहली पारी में इस सीजन 60 विकेट का आंकड़ा पार करने वाले हर्ष दुबे ने आयुष म्हात्रे और सिद्धेश लाड का विकेट निकाला. जबकि पर्थ रेखड़े ने रहाणे का शिकार किया.
लेकिन दिन के खेल की असली कहानी राठौड़ की बल्लेबाज़ी के इर्द गिर्द घूमती नजर आई, उन्होंने पहले अक्षय वड़कर और फिर रेखड़े के साथ साझेदारी की. 56 पर 4 विकेट के बाद राठौड़ ने वड़कर के साथ मिलकर विदर्भ की पारी को आगे बढ़ाया और साथ में विदर्भ के खाते में 158 रन और जोड़े. हालांकि 200 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने के बाद शम्स मुलानी की एक बेहतरीन गेंद का वड़कर शिकार बन गए. इसके बाद दुबे और दर्शन नालकंडे भी जल्द ही स्पिनर्स का शिकार बन गए.
अंतिम विकेट राठौड़ के रूप में ही गिरा लेकिन तब तक वह 150 के स्कोर को पार कर चुके थे. मुंबई को जीत के लिए 406 रन बनाने का लक्ष्य मिला . विदर्भ ने मुंबई के सामने नई गेंद से ही स्पिन को आक्रमण पर ला दिया और गेंदबाजों ने रफ का भी भरपूर इस्तेमाल किया.
संक्षिप्त स्कोर :
मुंबई 270 और 80 पर 3 (आनंद 27*, दुबे 12* और दुबे 2-26) विदर्भ 383 और 292 (राठौड़ 151, मुलानी 6-85) से 323 रन पीछे