जीएसटी काउंसिल के फैसले आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में मील का पत्थर : रघुवर दास

जमशेदपुर, 6 सितंबर . Jharkhand के पूर्व Chief Minister और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने Saturday को जमशेदपुर परिसदन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्र Government के GST सुधार को ऐतिहासिक और जनहितकारी करार दिया.

उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi के दूरदर्शी नेतृत्व और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में GST काउंसिल द्वारा लिए गए ये फैसले देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे.

रघुवर दास ने बताया कि साल 2017 में जटिल टैक्स व्यवस्था को समाप्त कर एकीकृत GST प्रणाली लागू की गई थी. इसके लागू होने के बाद से देश के राजस्व में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है. वित्त वर्ष 2017-18 में जहां GST से राजस्व 82,000 करोड़ रुपये था, वहीं चालू वित्त वर्ष में यह औसतन 2,04,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह वृद्धि Government की नीतियों और GST के प्रभावी कार्यान्वयन का परिणाम है.

उन्होंने कहा कि 22 सितंबर को पवित्र नवरात्रि के शुभारंभ के दिन से लागू होने वाले इन नए सुधारों से देशवासियों को त्योहारी सीजन से पहले बड़ी राहत मिलेगी. कपड़े और रेडीमेड गारमेंट्स पर GST को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त, जूते, किराना सामान, मनिहारी, मोटरसाइकिल, छोटी कारें, दवाइयां, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, कृषि उपकरण, हस्तशिल्प, बांस आधारित उद्योग, टाइल्स, सीमेंट और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर भी टैक्स में उल्लेखनीय कटौती की गई है. इन सुधारों से न केवल आम जनता को ‘ईज ऑफ लिविंग’ में सुधार होगा, बल्कि औद्योगिक उत्पादन को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.

रघुवर दास ने कहा कि Jharkhand जैसे विकासशील राज्य के लिए ये निर्णय वरदान साबित होंगे. टैक्स में राहत से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे जीवन स्तर में सुधार होगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. साथ ही, टैक्स रियायतों से राजस्व संग्रह में भी वृद्धि होगी. यह कदम India को अगले 25 वर्षों में विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार करेगा.

पूर्व Chief Minister रघुवर दास ने Jharkhand की जनता की ओर से Prime Minister Narendra Modi और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त किया.

एकेएस/जीकेटी