राधिका खेड़ा और शेखर सुमन ने थामा भाजपा का दामन

नई दिल्ली, 7 मई . लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाली पार्टी की महत्वपूर्ण नेता राधिका खेड़ा ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया.

आपको याद दिला दें कि, कांग्रेस छोड़ने वाली राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को रविवार को लिखे अपने इस्तीफे के पत्र में भी राधिका खेड़ा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि रामलला के दर्शन करने के कारण उनकी ही पार्टी कांग्रेस के अंदर उनका विरोध किया जा रहा है.

राधिका खेड़ा के साथ ही फिल्म अभिनेता एवं कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके शेखर सुमन ने भी मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी और संजय मयूख की मौजूदगी में राधिका खेड़ा और शेखर सुमन ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.

विनोद तावड़े ने राधिका खेड़ा और शेखर सुमन का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि राधिका खेड़ा ने खुल कर अपनी बात कही है, वहीं शेखर सुमन भी बेहतरीन अभिनेता रहे हैं जिन्होंने कई सफल फिल्में दी हैं.

तावड़े ने चुनाव में भाजपा की जीत के दावे को दोहराते हुए कहा कि आज तीसरे चरण का चुनाव हो रहा है और इससे पहले दो चरण के चुनाव हो चुके हैं. विपक्षी गठबंधन के नेता फारूक अब्दुल्ला ने जिस तरह का बयान दिया है उससे लोग यह जरूर सोच रहे होंगे कि पाकिस्तान को खुश करने वाले को जीतना चाहिए या भारत को मजबूत बनाने वाले को जीतना चाहिए.

भाजपा में शामिल होने के बाद राधिका खेड़ा ने सबको ‘जय श्रीराम’ कहते हुए कहा कि वह आज यहां मंच पर इसलिए बैठी हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी की गारंटी वाली सरकार है. उन्होंने कांग्रेस में अपना अपमान होने के आरोप को दोहराते हुए कहा कि माता कौशल्या की धरती (छत्तीसगढ़ ) पर उनका कांग्रेस के अंदर अपमान किया गया. आज की यह कांग्रेस महात्मा गांधी वाली कांग्रेस नहीं रह गई है.

वहीं शेखर सुमन ने कहा कि वह सकारात्मक सोच के साथ भाजपा में आए हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस तरह से विकास कर रहा है, उस प्रवाह में शामिल होना हर हिंदुस्तानी का फर्ज है.

उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में सिर्फ देश का ख्याल है.

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